Punjab News: पंजाब के संगरूर जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. एडीजीपी गुरिंदर ढिल्लों ने जानकारी देते हुए बताया कि जहरीली शराब का शिकार 40 लोग अब तक अस्पताल पहुंच चुके है. जिसमें से 20 मरीजों की मौत हो चुकी है. 11 मरीजों को राजिंदरा हॉस्पिटल पटियाला रेफर किया गया है. 11 लोगों का राजिंदरा हॉस्पिटल और 6 लोगों का संगरूर के सिविल अस्पताल में चल रहा है.
अब तक 6 लोगों की हुई गिरफ्तारी
अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब के संगरूर जिले में जहरीली शराब के संदिग्ध सेवन के कारण छह और लोगों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. इस बीच, घटना के संबंध में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. संगरूर के सिविल सर्जन कृपाल सिंह ने शनिवार को बताया कि इस घटना में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है.अधिकारियों के अनुसार, दिड़बा और सुनाम ब्लॉक के गुजरान, टिब्बी रविदासपुरा और ढंडोली खुर्द गांवों से लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले में अब तक 6 गिरफ्तारियां की हैं.
विपक्षी दलों के निशाने पर AAP सरकार
संगरूर जहरीली शराब त्रासदी को लेकर AAP सरकार विपक्षी दलों कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के निशाने पर है. भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) और उत्पाद शुल्क अधिनियम के तहत मामला पहले ही दर्ज किया जा चुका है. पुलिस ने शनिवार को कहा कि पूरे मामले के पीछे की सांठगांठ का पता लगाने के लिए पेशेवर और वैज्ञानिक तरीके से आगे और पीछे के संबंधों को उजागर करने की निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है. एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) गुरिंदर सिंह ढिल्लों की अध्यक्षता में चार सदस्यीय एसआईटी जांच की निगरानी करेगी.
एसआईटी कर रही है मामले की जांच
उप महानिरीक्षक (पटियाला रेंज) हरचरण भुल्लर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, संगरूर, सरताज चहल और अतिरिक्त आयुक्त (आबकारी) नरेश दुबे एसआईटी का हिस्सा होंगे. एसआईटी साजिश की तह तक जाएगी. पुलिस ने कहा कि इसमें शामिल पाए गए किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए पहले ही दिर्बा उप-विभागीय मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पांच सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है.
इथेनॉल और शराब की बोतलें हो चुकी है बरामद
आपको बता दें कि पुलिस ने पहले 200 लीटर इथेनॉल, 156 बोतल शराब, लेबलिंग के साथ संदिग्ध नकली शराब वाली 130 बोतलें, बिना लेबल वाली नकली शराब वाली 80 बोतलें, 4,500 खाली बोतलें और एक बॉटलिंग मशीन आदि बरामद की थी. गुरुवार को उसने एक गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जिसने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इलाके में नकली शराब बेचना शुरू कर दिया था. पुलिस ने एक बयान में कहा था कि गिरोह मतदाताओं को लालच देकर चुनाव के संचालन को प्रभावित कर सकता था. प्रभावित गांवों में यह पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण भी किया जा रहा है कि क्या किसी और ने स्वास्थ्य में गिरावट के लक्षण बताए हैं.
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