Hoshiarpur News: ये तस्वीर होशियारपुर (Hoshiarpur) की हैं जहां पर एक मर्सिडीज (Mercedes) गाड़ी में सरकारी राशन की दुकान से गेंहू की थैलीयां रखी जा रही हैं. पहली मर्तबा तस्वीरें देखते के बाद हर कोई भौचक्का रह गया कि एक मर्सिडीज का मालिक गरीबों को मिलने वाली राशन की थैलियों को अपनी गाड़ी में क्यों रखवा रहा है. एक के बाद एक गेंहू की कई थैलियां गाड़ी की डिक्की में भरी जा रही हैं. इस घटना के एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायर हो रहा है, जिसको लेकर लोग कई तरह से सवाल उठा रहे हैं.
क्या राशन की दुकान पर हो रही थी धांधली
तस्वीरें सामने आने के बाद कई लोगों के जहन में ये जवाल जरूर कौंधे होंगे कि क्या यह सरकार ने अमीरों के लिए भी राशन की सुविधा शुरू की है. या फिर क्या यह कोई धांधली चल रही है. इस सभी सवालों के जवाब जरूरी थे, इसलिए एबीपी की टीम ने इसको लेकर पड़ताल शुरू की और निकल पड़ी मर्सिडीज के मालिक की तलाश में.
एबीपी न्यूज ने लगाया हकीकत का पता
एबीपी की पड़ताल में सामने आया कि मर्सिडीज चलाने वाले का नाम रमेश सैनी है जो होशियारपुर का रहने वाला है. रमेश ने कहा कि यह कार उसकी नहीं है ये उनके रिश्तेदार की है जो विदेश में रहते हैं. उन्होंने कहा कि मेरा परिवार बहुत गरीब है. मेरे परिवार में मैं, मेरा बेटा, बहू और दो पोतियां हैं, जो सरकारी स्कूल में पढ़ती हैं. रमेश ने बताया कि उनका बेटा फोटोग्राफर है और बस अड्डे के पास दुकान चलाता है. उन्होंने कहा कि उसकी दुकान भी किराये की है. रमेश ने कहा कि उनकी बहू एक बुटीक चलाती है.
वहीं, रमेश सैनी की बहू राजविंदर कौर ने कहा कि इस घटना का जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें सच्चाई नहीं है. जिसने भी यह वीडियो बनाया है उसको पहले सच जाना चाहिए था, हालात देखने चाहिए थे. उन्होंने कहा कि उनकी दो बेटियां हैं जो सरकारी स्कूल में पढ़ती हैं.
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