Punjab News: पिछले कई दिनों से पंजाब में पराली जलाने (Stubble Burning) की वजह से देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का लेवल काफी बढ़ा हुआ है. अक्टूबर और नवंबर में प्रदूषण की वजह से आम आदमी पार्टी की सरकार की मुश्किलें काफी बढ़ जाती हैं. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) पंजाब में मुख्य विपक्षी पार्टी है और उसने पराली की समस्या को लेकर बड़ा वादा किया है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पंजाब में यदि उनकी पार्टी की सरकार बनी तो यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वहां पराली जलाना रोकने के लिए मुफ्त में बायो-डीकम्पोजर का छिड़काव किया जाए.
गोपाल राय ने कहा कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के लिए किसानों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि वहां की सरकारें ही कोई विकल्प उपलब्ध कराने में विफल रही हैं. पर्यावरण मंत्री ने कहा, ''किसानों की गलती नहीं है. उनके खिलाफ कोई भी बयान उचित नहीं होगा. सरकारें ही कोई विकल्प देने में विफल रही हैं. हमने दिल्ली में दिखाया है कि इस समस्या से कैसे निपटा जा सकता है. अन्य राज्य ऐसा कुछ करने को इच्छुक नहीं हैं.''
दिल्ली में पराली जलने के मामलों का शहर के प्रदूषण में हिस्सेदारी रविवार को बढ़कर 48 प्रतिशत हो गई. सरकारी एजेंसियों ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के पड़ोसी राज्यों में पराली जलने के 5450 मामले सामने आने की जानकारी दी थी, जो इस मौसम की सर्वाधिक संख्या है.
पंजाब में सबसे ज्यादा होती है धान की खेती
गोपाल राय ने कहा, ''अगर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो, हम सुनिश्चित करेंगे कि वहां पराली जलाना रोकने के लिए मुफ्त में बायो-डीकम्पोजर का छिड़काव किया जाए. जैसा की हम दिल्ली में करते हैं.''
पंजाब में 28.14 लाख हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती की जाती है. अधिकारियों के अनुसार, उत्तर प्रदेश इस साल 10 लाख एकड़, पंजाब पांच लाख एकड़ और हरियाणा एक लाख एकड़ जमीन पर जैव अपघटक का इस्तेमाल कर रहा है.
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