Punjab Politics News: पंजाब आम आदमी पार्टी (AAP) से एक बड़ी खबर सामने आई है. अमृतसर नॉर्थ से विधायक और पंजाब विधानसभा की सरकारी आश्वासन कमेटी के चेयरमैन कुंवर विजय प्रताप सिंह (  Kunwar Vijay Pratap Singh) ने बुधवार यानी 25 जनवरी को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अब उनके इस्तीफे पर पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ( Kultar Singh Sandhwan) अंतिम फैसला लेंगे.बताया जा रहा है कि विधायक विजय प्रताप ने स्पीकर के एक फैसले से नाराज होकर आश्वासन कमेटी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया है.
 
दरअसल, भगवंत मान सरकार ने अमृतसर नॉर्थ से विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह को पंजाब (Punjab) विधानसभा की सरकारी आश्वासन कमेटी का चेयरमैन बनाया था.इस कमेटी का काम सरकार द्वारा विधानसभा दिए जाने वाले विभिन्न मुद्दों संबंधी आश्वासनों की निगरानी करना और उनके पूरा होने संबंधी पता लगाने से संबंधित है.आश्वासन कमेटी द्वारा संबंधित विभागों को सदन में दिए गए आश्वासनों के बारे में सूचना भेजी जाती है. इस बारे में संबंधित विभागों को 3 माह के भीतर कमेटी को अपना जवाब भेजना होता है. सरकार की ओर से विधानसभा में दिए गए आश्वासन के लागू किए जाने संबंधी स्थिति का जिक्र किया जाता है.इस लिहाज से इस कमेटी को विधानसभा की अहम कमेटियों में शुमार किया जाता है.


तो आप विधायक इस बात से हैं नाराज 


इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि ​पंजाब विधानसभा आश्वासन समिति के चेयरमैन कुंवर विजय प्रताप सिंह द्वारा बेअदबी से जुड़े मामलों की एसआईटी जांच संबंधी पंजाब के डीजीपी व मुख्य सचिव को हाजिर होकर मौखिक स्पष्टीकरण देने के लिए बुलाया था. इस संबंध में कमेटी की बैठक भी रखी गई थी, लेकिन इसी दौरान स्पीकर कुलतार सिंह संधवां द्वारा पंजाब विधानसभा की सभी कमेटियों के चेयरपर्सनों की एक मीटिंग बुला ली गई. स्पीकर के इस फैसले से सभी कमेटियों की तय की गई बैठकों को रद्द करना पड़ा. स्पीकर की बुलाई मीटिंग में शामिल होने की बाध्यता को देखते हुए विजय प्रताप को बेअदबी को लेकर वरिष्ठ नौकरशाहों के साथ बुलाई गई अपनी बैठक को रद्द करना पड़ा था.  


विधानसभा स्पीकर ने नहीं मानी विजय प्रताप की बात 


पंजाब विधानसभा (Punjab assembly) सत्र के दौरान कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बेअदबी मामलों जांच के बारे में लंबी चर्चा की थी. उन्होंने स्पीकर से अपील की थी कि इस मसले पर पूरा दिन चर्चा के लिए रखा जाए. उनकी इस मांग को स्पीकार ने नहीं मानी थी. इसी मसले पर विधायक विजय प्रताप की अध्यक्षता वाली कमेटी ने प्रदेश के मुख्य सचिव वीके जंजुआ और डीजीपी गौरव यादव को मौखिक सुनवाई के लिए तलब किया था, लेकिन उसी दिन स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने सभी कमेटियों के चेयर पर्सन की एक बैठक बुला ली. स्पीकर के फैसले की वजह से विजय प्रताप सिंह को खुद की बैठक रद्द करना पड़ा.माना जा रहा है कि इस बात से क्षुब्ध होकर कुंवर विजय प्रताप सिंह ने अपना इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया है.


यहां पर इस बात का जिक्र करना जरूरी है कि मार्च 2021 में हाईकोर्ट के एक फैसले के बाद आईपीएस कुंवर विजय प्रताप सिंह ने इस्तीफा दे दिया था. सरकारी सेवा से इस्तीफे के कुछ समय बाद वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए.अब वही कुंवर बेअदबी मामलों की जांच के लिए बनाई गई विशेष जांच कमेटी के चेयरमैन हैं.


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