Punjab News: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में पंजाब के मलेरकोटला में आप विधायक जसवंत सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के कई ठिकानों पर छापेमारी की है. सीबीआई द्वारा अलग-अलग लोगों द्वारा हस्ताक्षरित 90 खाली (ब्लैंक) चेक, 16.57 लाख रुपये की नकदी, लगभग 88 विदेशी मुद्रा के नोट, कुछ संपत्ति के कागजात और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए.
सीबीआई ने बलवंत सिंह, जसवंत सिंह, कुलवंत सिंह, तेजिंदर सिंह और एक प्राइवेट फर्म तारा हेल्थ फूड्स लिमिटेड के ठिकानों पर छापेमारी की. बैंक ऑफ इंडिया, लुधियाना की शिकायत पर तारा कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जिसका नाम बदलकर मलौध एग्रो लिमिटेड रखा गया), गौंसपुरा, मलेरकोटला और निजी कंपनी के तत्कालीन निदेशकों और गारंटर, एक अन्य निजी फर्म, अज्ञात लोक सेवक और निजी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद तलाशी ली गई है.
गिरवी रखे स्टॉक को छिपाने का आरोप
उधारकर्ता फर्म को बैंक द्वारा 2011-2014 से चार अंतरालों पर ऋण स्वीकृत किया गया था. फर्म ने अपने निदेशकों के माध्यम से गिरवी रखे स्टॉक को छुपाया था और ऋणों को दुर्भावनापूर्ण और बेईमान इरादे से डायवर्ट किया था, ताकि उन्हें लेनदार बैंक को निरीक्षण और सुरक्षित लेनदार के रूप में वसूली के लिए उपलब्ध नहीं कराया जा सके.
इससे बैंक को 40.92 करोड़ रुपये का कथित नुकसान हुआ. खाते को 31 मार्च 2014 को एनपीए के रूप में वर्गीकृत किया गया था और विसंगतियों के आधार पर, खाते को 2 सितंबर, 2018 को 40.92 करोड़ रुपये की बकाया राशि के साथ धोखाधड़ी के रूप में घोषित किया गया था. यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपी द्वारा लिए गए ऋण का उपयोग उसी उद्देश्य के लिए किया गया था, जिसके लिए इसे स्वीकृत किया गया था.