Punjab News: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को ईटीटी अध्यापक यूनियन के विरोध का सामना करना पड़ा है. चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) फिरोजपुर के हल्का गुरूहरसहाय में अलग-अलग प्रोजेक्टों का उद्घाटन करने पहुंचे थे. लेकिन अलग-अलग जत्थे बंदियों के द्वारा लगातार विरोध करने पर मुख्यमंत्री कई प्रोजेक्टों का बिना उद्घाटन किए ही चॉपर से वापस चले गए.
चरनजीत सिंह चन्नी के काफले का अलग-अलग जत्थेबंदियो ने विरोध किया और काफिले के बीच किसी ने पत्थर भी फेंका लेकिन गड़ी बाल-बाल बच गई. जब मुख्यमंत्री पंजाब चरणजीत सिंह चन्नी कांग्रेस वर्करों को संबोधन करने लगे तो ईटीटी अध्यापक यूनियन ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी थी.
इसके बाद स्थिति काफी खराब हो गई. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ईटीटी अध्यापकों को बाहर निकालने के लिए हाथापाई भी की और उन्हें बाहर निकाला. अलग-अलग जत्थे बंदियों ने कहा कि सीअन चरणजीत सिंह चन्नी हमसे मिले बगैर ही वापस चले गए.
बिना उद्घाटन किए वापस लौटे चरणजीत चन्नी
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को कई प्रोजेक्ट का उद्घाटन करना था लेकिन वह वापस चले गए. मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के वापस जाने के बाद अलग-अलग जत्थे बंदियों ने फिरोजपुर फाजिल्का नेशनल हाईवे गोलू का मोड़ पर धरना लगाकर रोड़ जाम कर दिया.
बता दें कि इन दिनों सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किल बढ़ती नज़र आ रही है. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से कांग्रेस की सरकार पर बेअदबी का मुद्दा उठाकर सवाल खड़े किए हैं.