Punjab News: पंजाब की कांग्रेस सरकार ने किसान आंदोलन के दौरान किए गए वादों पर अमल करना शुरू कर दिया है. चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 11 किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र दिए. पंजाब सरकार की ओर से बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी गई.


पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने मृतक किसानों के परिजनों को क्लर्क की नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे. किसानों को राज्य के आर्थिक ढांचे की रीढ़ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ''राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए हमेशा हर संभव कदम उठाएगी.''


चन्नी ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही 157 मृतक किसानों के परिजनों को नौकरी दे चुकी है. दरअसल, पंजाब सरकार ने पहले पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता और प्रत्येक मृतक किसान परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की थी. किसानों के मुताबिक कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हुई है.


निशाने पर है पंजाब सरकार


पंजाब सरकार को हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने निशाने पर ले लिया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने पंजाब सरकार को चेतावनी दी है कि अगर वह 2017 के किसानों के कर्ज माफी के वादे को पूरा नहीं करती तो उसके खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा.


संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य इस मांग को लेकर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात भी कर चुके हैं. चरणजीत सिंह चन्नी ने पीएम मोदी को किसानों की कर्ज माफी के बारे में लेटर लिखा है.


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