Navjot Singh Sidhu की रिहाई पर अधिकारियों ने साधी चुप्पी! पटियाला जेल से भी नहीं आया कोई बयान
गणतंत्र दिवस पर नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई की खबर आ रही है. यहां तक कि सिद्धू के समर्थकों ने पटियाला में उनके स्वागत की तैयारियां कर ली हैं. लेकिन अभी तक राज्य सरकार ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
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Patiala News: जेल में बंद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थकों ने बृहस्पतिवार को पटियाला में पूर्व क्रिकेटर के स्वागत की तैयारियां की हैं. गणतंत्र दिवस पर समय से पहले सिद्धू की रिहाई को लेकर खबरें आ रही हैं. हालांकि अभी तक पंजाब सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. बता दें कि सिद्धू 1988 के 'रोड रेज' मामले में पटियाला के केंद्रीय कारागार में एक साल की जेल की सजा काट रहे हैं. 'रोड रेज' की इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
लुधियाना में लगे सिद्धू के स्वागत में पोस्टर
मीडिया के एक वर्ग में ऐसी अटकलें थीं कि सिद्धू उन 50 कैदियों में शामिल हो सकते हैं जिन्हें गणतंत्र दिवस पर विशेष छूट दी जा सकती है. सिद्धू की रिहाई पर राज्य सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू को बृहस्पतिवार को रिहा नहीं किया जाएगा. सिद्धू की टीम ने बुधवार शाम सिद्धू के आधिकारिक फेसबुक पेज पर कांग्रेस नेता के स्वागत के लिए रूट मैप पोस्ट किया. सिद्धू के स्वागत में लुधियाना और राज्य के कुछ अन्य स्थानों पर भी पोस्टर लगे हैं. सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर डल्ला ने मंगलवार को ट्वीट किया था, 'पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत के रक्षक नवजोत सिंह सिद्धू जल्द आ रहे हैं.'
इस मामले में जेल गए थे सिद्धू
साल 1988 में 27 दिसंबर के दिन पंजाब के पटियाला शहर की एक पार्किंग में नवजोत सिंह सिद्धू ने 65 साल के गुरनाम सिंह नामक एक व्यक्ति के साथ मारपीट की थी. यह मामला इतना बढ़ गया था कि मारपीट में गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी और सिद्धू मौके से फरार हो गए थे. इस मामले को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया था. हालांकि इस मामले में कार्रवाई करते हुए निचली अदालत ने नवजोत सिंह सिद्धू को बरी कर दिया था. लेकिन पीड़ित परिवार ने कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई थी.
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