Punjab News: पंजाब के फिरोजपुर जिले के मंसूरवाल गांव में शराब और इथेनॉल संयंत्र के सामने लगभग पांच महीने से धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल से बातचीत के बावजूद हटने से इनकार कर दिया. कुछ किसान संघों के समर्थन से मंसूरवाल गांव में संयंत्र के सामने लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का दावा है कि यह संयंत्र वायु प्रदूषण के अलावा क्षेत्र के कई गांवों में भूमिगत जल को प्रदूषित कर रहा है. वो इसे बंद करने की मांग कर रहे हैं.


पुलिस ने धरनास्थल पर ड्यूटी करने जा रहे कर्मियों का रास्ता रोकने और जीरा अनुमंडल के रातोल रोही गांव से इथेनॉल संयंत्र की ओर जाने वाले तिराहा मार्ग पर प्रदर्शन करने के आरोप में शनिवार शाम 100-125 अज्ञात लोगों और 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, उन पर भारतीय दंड संहिता की अलग-अलग धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिनमें लोक सेवक को उसके कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए हमला करना आदि शामिल हैं. जीरा पुलिस ने उनके खिलाफ राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया है.


24 जुलाई से जारी है धरना प्रदर्शन 
इससे पहले दिन में पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने प्रदर्शनकारियों को उन सभी फैसलों को लेकर भरोसा दिलाया, जिन पर उनके प्रतिनिधिमंडल और सरकार के बीच सहमति बनी थी. उसके बावजूद सांझा जीरा मोर्चा के बैनर तले 24 जुलाई से धरना प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी लगातार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. उनका कहना है जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक उनका धरना ऐसे ही चलता रहेगा. अगर उन्हें उठाने की कोशिश की गई तो पूरे पंजाब में संघर्ष किया जाएगा. हालांकि, प्रशासन इस बार सख्त एक्शन लेने की तैयारी में है. पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में अब इस मामले की अगली सुनवाई 20  दिसंबर को है. 


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