Arvind Kejriwal Z Plus Security: वीआईपी कल्चर खत्म करने वादा करके सत्ता में आने वाले CM अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) जेड प्लस सिक्योरिटी को लेकर सवालों से घिर गए है. कांग्रेस और बीजेपी ने पंजाब के सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) के इस फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. दरअसल दावा किया जा रहा है कि भगवंत मान सरकार की ओर से एक लिस्ट जारी की गई है. इस लिस्ट में सबसे ऊपर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम है.
लिस्ट में केजरीवाल को आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) पंजाब का कनवीनर यानी संयोजक बताया गाया है लिहाजा उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी दी है. जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी के संयोजक भगवंत मान खुद हैं. दावे के मुताबिक 29 अप्रैल को यह लिस्ट जारी की गई थी. ऐसे में सवाल उठता है कि लिस्ट में अरविंद केजरीवाल के नाम के सामने कनवीनर क्यों लिखा गया है.
विपक्ष उठा रहा सवाल
इसी सवाल को लेकर पंजाब की सियासत गरमा गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परगट सिंह ने भी ट्वीट केजरीवाल पर हमला बोला. परगट सिंह ने लिखा, ''अरविंद केजरीवाल को गलत तरीके से पंजाब का कनवीनर दिखाकर Z प्लस सिक्योरिटी दी गई है. केजरीवाल के पास पहले ही केंद्र से दिल्ली CM के तौर पर Z प्लस सिक्योरिटी है, एक आम आदमी के पास दो Z प्लस सिक्योरिटी हैं.''
पंजाब पुलिस ने खारिज किया दावा
हालांकि पंजाब पुलिस ने दिखाए जा रहे दस्तावेज को खारिज कर दिया है. पुलिस का दावा है कि जो दस्तावेज दिखाए जा रहे है वो ऑफिशियल नहीं है. पुलिस प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ''यह टाइप किया हुआ कागज है, जिसमें न कोई साइन है और न ही आधिकारिक मुहर लगी है. ऐसा लगता है कि याचिकाकर्ता ने खुद इसे टाइप करके पिटीशन के साथ लगाया है. उन्होंने कहा कि यह मामला हाईकोर्ट में चल रहा है और 29 जुलाई को इसकी अगली सुनवाई है. प्राइवेट दस्तावेज को पंजाब पुलिस का बताकर लोगों को गुमराह करने की शरारतपूर्ण कोशिश की गई है.''
क्या होती है Z+ सुरक्षा?
जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा देश की स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप के बाद दूसरे नंबर की सबसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है. इस सुरक्षा व्यवस्था में 55 सुरक्षा कर्मी सुरक्षा के लिए मौजूद होते हैं. 55 लोगों में 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो होते हैं. इसके अलावा पुलिस ऑफिसर होते हैं. इस सुरक्षा में पहले घेरे की ज़िम्मेदारी एनएसजी की होती है जबकि दूसरी परत एसपीजी कमांडो की होती है. इसके अलावा आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान भी ज़ेड प्लस सुरक्षा श्रेणी में शामिल रहते हैं. साथ ही Z+ सुरक्षा में एस्कॉर्ट्स और पायलट वाहन भी दिए जाते हैं.
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