Sukhbir Badal Resigns: पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 शिरोमणि अकाली दल की करारी हार की नैतिक जिम्मदारी लेते हुए पार्टी के प्रमुख सुबबीर सिंह बादल ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है. हालांकि पार्टी के जिलाध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं ने सुखबीर बादल का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है. इसके अलावा जानकारी यह भी निकलकर सामने आ रही है कि चुनाव में पराजय पर अने नेताओं के साथ-साथ लोगों से प्रतिक्रिया लेने के लिए एक उच्चस्तरीय पैनल बनाने का भी फैसला लिया गया है. दरअसल, पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में हुए विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीटों पर आम आदमी पार्टी जीत गई है और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है.


सुखबीर बादल ने की इस्तीफे की पेशकश
पंजाब विधानसभा चुनावों में शिरोमणि अकाली दल का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन रहा. पार्टी ने महज इस चुनाव में तीन सीट ही जीत पाई है. इतना ही नहीं पार्टी प्रमुख सुखबीर बादल भी जलालाबाद से चुनाव होर गए हैं. पार्टी के जिलाध्यक्षों और वरिष्ठ नेतृत्व से बातचीत के दौरान सुखबीर बादल ने कि मेरे लिए पार्टी और उसकी भलाई सर्वोपरि है. मैंने हमेशा पार्टी के हित में काम किया है. पार्टी के हार की नैतिक जिम्मेदारी मेरी है औऱ मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. उनके इस्तीफे की पेशकश के बाद सभी जिलाध्यक्षों ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया.  


हार के लिए अध्यक्ष जिम्मेदार नहीं
शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने कहा कि न केवल बादल ने मोर्चे से नेतृत्व किया बल्कि पार्टी नेतृत्व के साथ-साथ कैडर को भी अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया. पार्टी नेताओं ने कहा, "हालांकि नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे, लेकिन पार्टी अध्यक्ष को किसी भी तरह से दोष नहीं दिया जा सकता." उन्होंने कहा कि लोगों ने बदलाव के लिए भारी मतदान किया और आम आदमी पार्टी की सुनामी में पूरा विपक्ष बह गया. अकाली दल के नेताओं ने कहा कि कई जगहों पर मतदाताओं को आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार का नाम भी नहीं पता था, लेकिन उन्होंने बदलाव के लिए मतदान किया.


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