Punjab News: पंजाब सरकार ने गुरुवार देर रात इकबाल प्रीत सिंह सहोता (Iqbal Preet Sahota) को कार्यवाहक डीजीपी के पद से हटा दिया. सरकार द्वारा अब डीजीपी पीएसपीसीएल सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय (Sidharth Chattopadhyaya) को प्रभार सौंपा गया है. ये फेरबदल हर किसी को हैरान कर रहा है. दरअसल सहोता को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का करीबी माना जाता है. वहीं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख नवजोत सिद्धू द्वारा सहोता को हटाने के दबाव के बाद भी वे पद पर बने रहे थे. बहरहाल सहोता को अब जालंधर में पंजाब आर्म्ड पुलिस के डीजीपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
यूपीएससी को भेजा गया है 10 आईपीएस अधिकारियों का नाम
गौरतलब है कि इकबाल प्रीत सहोता की जगह चट्टोपाध्याय तब तक पंजाब पुलिस के डीजीपी का कार्यभार संभालेंगे जब तक यूपीएससी (UPSC) पैनल नाम फाइनल करके नहीं भेज देती है. दरअसल पंजाब सरकार द्वारा संघ लोक सेवा आयोग को 10 आईपीएस अधिकारियों के नाम का एक पैनल भेजा है. यूपीएससी द्वारा नाम फाइनल करने के बाद पंजाब पुलिस के नए मुखिया की नियमित नियुक्ति की जाएगी. तब तक सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय पंजाब पुलिस महानिदेशक का कार्यभार संभालेंगे.
1986 बैच के आईपीएस अफसर हैं सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय
वहीं 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी 1986 बैच के आईपीएस अफसर सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय डीजीपी बनने के बाद भी विजिलेंस ब्यूरो के चीफ डायरेक्टर का पद संभालते रहेंगे. सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी बताए जाते हैं.
इन सबके बीच दिलचस्प बात यह है कि संघ लोक सेवा आयोग ने राज्य पुलिस प्रमुख के चयन के लिए छह महीने की शेष सेवा के मानदंड के साथ कट-ऑफ तारीख के रूप में 5 अक्टूबर निर्धारित किया है. इसने चट्टोपाध्याय और 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रोहित चौधरी को डीजीपी की दौड़ से बाहर कर दिया है.
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