Punjab News : पंजाब समेत पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस आलाकमान बड़े बदलाव की तैयारी में जुट गया है. कांग्रेस अलग-अलग राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार की समीक्षा कर रही है. पार्टी हाईकमान ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा मांग लिया है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से इस्तीफा मांगा है.
वहीं पंजाब में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन का ठीकरा सीएम चन्नी पर फोड़ा जा रहा है. पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने चरणजीत सिंह चन्नी को बोझ करार दिया है. सुनील जाखड़ ने सीएम पद के लिए चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) की सिफारिश करने वाले नेताओं पर भी हमला बोला. नवजोत सिंह सिद्धू से भी पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने को कहा गया है.
पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस का मंथन जारी
G-23 गुट भी पार्टी के खराब प्रदर्शन पर सक्रिय हो गया है. पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस में बयानबाजी और बैठकों का दौर जारी है. रविवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने करारी शिकस्त के कारणों और आगे की रणनीति पर चर्चा की थी. सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई की बैठक पार्टी मुख्यालय में चार घंटे से ज्यादा समय तक चली. बैठक में सोनिया गांधी के अलावा, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कई अन्य नेता शामिल हुए थे. सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली में ‘जी 23’ समूह की बैठक हो सकती है. बैठक में जी 23 नेताओं के अलावा अन्य नेता भी शामिल हो सकते हैं.
कांग्रेस में दो धड़ा खुलकर आया आमने सामने
G-23 पार्टी संगठन में आंतरिक सुधार और बड़े बदलाव की मांग करता आ रहा है. अगस्त 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा गया था. समूह में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और कपिल सिब्बल शामिल हैं. कपिल सिब्बल ने किसी गैर गांधी को नेतृत्व दिए जाने की बात कही है. समूह के दूसरे सदस्य संदीप दीक्षित ने भी सिब्बल की बातों पर सहमति जताई. संदीप दीक्षित ने कहा कि समय की मांग है कि बदलाव पर नेतृत्व विचार करे. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ही नहीं बल्कि पार्टी के 90 फीसदी प्रभारियों को बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए. हालांकि दूसरी तरफ राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एक बार फिर राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग की है. गहलोत के मुताबिक राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से पार्टी एकजुट रहेगी.