Punjab News: पंजाब में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच छिड़ी सियासी लड़ाई तेज हो गई है. कांग्रेस पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को दवाओं के एक 'झूठे' मामले में फंसाने के आरोप लगाए हैं. सुखबीर सिंह बादल ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए पार्टी की कोर कमेटी के सदस्यों के साथ गिरफ्तारी दी. बाहर भारी सुरक्षा के बावजूद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बैरिकेडिंग को तोड़कर मुख्यमंत्री आवास तक मार्च किया और सामने ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
शिअद प्रमुख ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू राज्य सरकार को मजीठिया के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने का निर्देश देकर अतिरिक्त संवैधानिक कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री और राज्य के गृहमंत्री ने न केवल कांग्रेस सरकार की विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए इस मांग पर सहमति व्यक्त की है, बल्कि डीजीपी को झूठा मामला दर्ज करने का भी निर्देश दिया है. इस मामले में शिअद बहुत स्पष्ट है. सभी अगले साल राज्य में शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनने के बाद ऐसे लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा. हम अकाली कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज मामलों सहित इन झूठे मामलों की जांच के लिए एक आयोग भी गठित करेंगे."
सुखबीर बादल ने लड़ना जारी रखने का दावा किया
बादल ने यह भी स्पष्ट किया कि अकाली दल इस तरह के हथकंडों से नहीं डरेगा. शिअद नेता ने कहा, "हम लोगों के पक्ष में आवाज उठाना जारी रखेंगे और कांग्रेस द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग करेंगे. हम पार्टी के वरिष्ठ लोगों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दमन और प्रतिशोध के कृत्यों के साथ-साथ लड़ना जारी रखेगी.''
पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व की गिरफ्तारी की घोषणा करते हुए बादल ने कहा, "कांग्रेस सरकार ने बेअदबी और नशीले पदार्थो के संवेदनशील मुद्दों का लगातार राजनीतिकरण किया है. इसे ध्यान में रखते हुए पार्टी के शीर्ष नेताओं और मैंने डीजीपी से मुलाकात की. साजिश का खुलासा हालांकि शिअद ने किया था. अब बिक्रम मजीठिया को ड्रग्स के झूठे मामले में फंसाने के लिए एक और साजिश रची गई है. हम इस साजिश का भी पदार्फाश करेंगे."