Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान रविवार को बठिंडा पहुंचे, जहां उन्हें थर्मल प्लांट का निरीक्षण करना था. सीएम भगवंत मान के पहुंचने पर उनसे विभिन्न विभागों के आउटसोर्स कर्मचारी मिलने पहुंचे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने इन कर्मचारियों को मुख्यमंत्री से मिलने से रोक दिया.


विभिन्न विभागों के ये आउटसोर्स कर्मचारी भगवंत मान के सामने विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे थे. लेकिन पुलिस बल ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने से पहले ही घेर लिया और उन्हें धूप में बैठाए रखा. बाद में, कर्मचारियों को राउंड-अप कर उन्हें पुलिस थाना नथाणा ले जाया गया. इन कर्मचारियों की डिमांड है कि इन्हें इनके पद पर रेगुलर कर दिया जाए.


कर्मचारी पुलिस प्रशासन से लगातार ये अपील कर रहे थे कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने दिया जाए. कर्मचारियों का कहना था कि वह केवल सीएम मान को अपना मांग पत्र देकर लौट जाएंगे, लेकिन पुलिस-प्रशासन की ओर से उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया गया. धूप में बैठाने के बाद कर्मचारियों को राउंड-अप करके पुलिस थाना नथाणा ले जाया गया. कर्मचारियों को घेरने के बाद पुलिस ने उन्हें पीने के लिए पानी तक नहीं लाने दिया.


भगवंत मान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन


प्रदर्शनकारियों का भगवंत मान की पंजाब सरकार पर कहना कि पिछली सरकारों की तरह ही यह सरकार भी हमारी मांग पूरी नहीं कर रही है. इनका कहना है कि आउटसोर्स और ठेका मुलाजिमों के साथ सरकार की ओर से बेईमानी की जा रही है. आउटसोर्स कर्मचारी अपने इस विरोध प्रदर्शन के चलते पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार से अपने पदों पर स्थायी करने की मांग कर रहे हैं.


कर्मियों का कहना है कि सरकार ठेका मुलाजिम सरकारी थर्मल प्लांट, जल सप्लाई एवं सेनिटेशन, पावरकॉम, विभिन्न प्रोजेक्टों- वाटर सप्लाई एवं सीवरेज बोर्ड, वेरका मिल्क और कैटल फीड प्लांट, PWD समेत स्वास्थ्य विभाग आदि में आउटसोर्स, इनलिस्टमेंट, ठेकेदारों, कंपनियों और सोसाइटी के कर्मचारियों को करीब 20 साल से नाम मात्र तनख्वाह पर सेवाएं ले रही है.


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