Punjab News: पंजाब में रोजगार की मांग को लेकर सीएम भंगवंत मान (Bhagwant Mann) के निवास के पास पहुंचे एनटीटी फ्रेशर्स यूनियन पंजाब के सदस्यों की पुलिस के साथ धक्का मुक्की हो गई. धक्का मुक्की के दौरान एक महिला सदस्य बेहोश हो गई, जिसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाना पड़ा. दरअसल, यूनियन के सदस्य रविवार सुबह वेरका मिल्क प्लांट में एकत्रित होकर दोपहर 12.30 बजे से सीएम निवास की तरफ मार्च शुरू कर दिया. वहीं सीएम निवास से पहले ही बैरिकेडिंग के साथ भारी पुलिस बल तैनात थी. इस दौरान यूनियन सदस्यों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद यूनियन सदस्यों ने वहीं धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी.
आपको बतो दें कि एक घंटे तक कोई सुनवाई नहीं हुई तो यूनियन सदस्य आगे बढ़ने लगे, लेकिन पुलिस ने सीएम आवास तक पहुंचने से रोक दिया. वहीं यूनियन के पीछे न हटने पर आखिरकार 11 अप्रैल को चंडीगढ़ में शिक्षा मंत्री के साथ उनको पैनल बैठक का समय मिला. जिसके बाद 3 बजे यूनियन ने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया. यूनियन ने कहा कि वह एनटीटी के 8,393 पदों का नोटिफिकेशन जल्द जारी करवाने व पेपर लेकर ज्वाइनिंग करवाने की मांग करते आ रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने चुनावों से पहले वादा किया था कि पंजाब में बेरोजगारी को खत्म कर दिया जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है.
2020 से खाली पड़े हैं पद
वहीं यूनियन के राज्य प्रधान गुरप्रीत सिंह, उप प्रधान नाजर सिंह ने कहा कि 2020 से एनटीटी की भर्ती अधूरी पड़ी है. नवंबर 2020 में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान एनटीटी की भर्ती संबंधी नोटिफिकेशन जारी किया गया था. इसमें करीब 25 हजार उम्मीदवारों ने अप्लाई किया था. नोटिफिकेशन आने के बाद उन्होंने महंगे कोचिंग सेंटरों में कोचिंग लेनी शुरू कर दी क्योंकि उन्हें लगा कि इस बार रोजगार मिलेगा.
सरकार को दी चेतावनी
वहीं यूनियन की ओर से मांग की गई कि एनटीटी प्री प्राइमरी की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया जाए. जल्द से जल्द पेपर की तारीख घोषित की जाए. हाई कोर्ट के 50 प्रतिशत वाले फैसले को ध्यान में रखते हुए आयु पूरी कर चुके साथियों को आयु सीमा में छूट दी जाए. नहीं तो चेतावनी दी गई कि यदि जल्द एनटीटी पदों का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया तो यूनियन इकट्ठा होकर जालंधर लोकसभा उपचुनाव में सरकार का विरोध करेगी. घर-घर जाकर सरकार के झूठे वादों संबंधी लोगों को जागरूक किया जाएगा.