Petrol Diesel Crisis in Punjab: पंजाब समेत देश के कई राज्यों में पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति में कमी देखी जा रही है. जब तेल कंपनियों के पदाधिकारियों से इस बारे में जानने की कोशिश की गई तो किसी ने भी इस पर खुलकर बात नहीं की. हालांकि इसकी प्रमुख वजह केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी यानी उत्पाद शुल्क में कटौती को बताया जा रहा है. बता दें कि पिछले महीने 21 मई को केंद्र सरकार ने तेल के बढ़ते दामों से आम जन को राहत देते हुए पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटा दी थी. वहीं, तेल कंपनियों का कहना है कि एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति करने में उन्हें घाटा हो रहा है, जिसकी वजह से तेल की आपूर्ति प्रभावित हो रही है.
नकद भुगतान पर तेल उपलब्ध करवा रहीं कंपनियां
हालांकि कंपनियां नकद भुगतान पर तेल उपलब्ध करवा रहीं है. हरियाणा और पंजाब में भी तेल कंपनियां नकद भुगतान पर तेल उपलब्ध कराने की बात कह रही हैं. मध्य प्रदेश, हरियाणा के साथ पंजाब के कई पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल का सूखा पड़ा हुआ है, जिसकी वजह से वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (IOC) के पेट्रोल पंपों पर अभी ज्यादा समस्या नहीं है, लेकिन अब इन पंपों पर भी दबाव बढ़ने लगा है. बताया जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर इन पेट्रोल पंपों पर भी किल्लत शुरू हो सकती है.
डीजल पर 23, पेट्रोल पर 16 रुपए का घाटा
पेट्रोल कंपनियों का दावा है कि एक्साइज ड्यूटी कम होने से उन्हें डीजल पर 23 रुपए जबकि पेट्रोल पर 16 रुपए प्रति लीटर का घाटा हो रहा है, इसलिए पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति कम हो रही है.
शनिवार को पंजाब में बंद रहे पंप
तेल कंपनियों से पेट्रोल-डीजल की सप्लाई नहीं होने से पिछले शनिवार को पंजाब के माझा और दोआबा क्षेत्र के करीब 50 पेट्रोल पंप बंद रहे. इसके अलावा कई अन्य पेट्रोल पंपों पर 5-6 घंटे तक तेल नहीं मिला. हालांकि रविवार को स्थिति सामान्य हो गई.
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