Punjab News: पंजाब पुलिस (Punjab Police) के एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) को बड़ी कामयाबी मिली है. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) और गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) गैंग के गैंगस्टर सचिन बच्ची (Sachin Bachi) को गिरफ्तार किया है. एजीटीएफ के मुताबिक सचिन बच्ची गैंग के सदस्यों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देता है. पुलिस के मुताबिक गैंग विदेशी हैंडलर्स की ओर से दिए गए टारगेट को निशाना बनाने की तैयारी कर रहे थे. गिरफ्तार गैंगस्टर के पास से चार पिस्तौल और 12 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.


दूसरी तरफ पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान के आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा समर्थित और अमेरिका स्थित गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया संचालित एक आतंकी मॉड्यूल के चार गुर्गों की गिरफ्तारी की है. इसकी जानकारी मंगलवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने दी. गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान विक्रमजीत सिंह, बावा सिंह, गुरकिरपाल सिंह और अमानत गिल के रूप में हुई है. पुलिस ने उनके कब्जे से एक पिस्तौल के साथ 10 कारतूस बरामद किए हैं.


विक्रमजीत और बावा सिंह भी गिरफ्तार


गौरव यादव ने कहा कि रिंदा और हैप्पी पासिया के राज्य के कुछ प्रमुख व्यक्तियों को निशाना बनाने की योजना के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी. इसके बाद एसएएस नगर की पुलिस टीमों ने एक विशेष अभियान चलाया और दो आरोपियों विक्रमजीत और बावा सिंह को गिरफ्तार कर लिया. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गैंगस्टर हैप्पी पासिया ने आरोपी विक्रमजीत के साथ टारगेट किलिंग को अंजाम देने के लिए 15 लाख रुपये का सौदा किया था. विक्रमजीत ने सितंबर के आखिरी सप्ताह में टारगेट की रेकी भी की थी.


हरि सिंह विदेश भागने में हुआ कामयाब


डीजीपी ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला कि विक्रमजीत के लिए पिस्तौल और कारतूस की व्यवस्था पासिया ने अपने स्थानीय सहयोगियों गुरकिरपाल सिंह और अमानत गिल के माध्यम से की थी. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खुलासे के बाद पुलिस ने गुरकिरपाल सिंह और अमानत गिल को भी गिरफ्तार कर लिया है. जबकि, हरि सिंह विदेश भागने में कामयाब रहा.


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