Punjab News: पंजाब के फिरोज़पुर जिले में 32 वर्षीय एक पुलिस कांस्टेबल ने अपनी सहकर्मी की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी और फिर खुदकुशी (Suicide) कर ली. अधिकारियों ने रविवार को बताया कि कांस्टेबल की पहचान गुरसेवक सिंह के रूप में हुई है जो प्रतिष्ठित कमांडो (Commando) बल ‘स्वैट’ टीम में तैनात था. उसने शनिवार देर रात अपनी एके-47 राइफल से महिला सहकर्मी के सीने में कथित रूप से चार गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी.
AK-47 से मारी चार गोलियां
फिरोज़पुर जिला पुलिस के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना के बाद गुरसेवक सिंह मौके से भाग गया और डागरू गांव के पास इसी राइफल से खुद को भी गोली मारकर जान दे दी. सिंह नौरंग के सियाल गांव का रहने वाला था जबकि 26 वर्षीय महिला कांस्टेबल अमनप्रीत कौर ज़िरा के चुचक गांव की निवासी थी. दोनों पुलिस लाइन के क्वार्टर में रहते थे. यह घटना तब हुई जब छावनी थाने में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर तैनात अमनप्रीत कौर अपनी भतीजी के साथ दोपहिया वाहन से ड्यूटी से लौट रही थी.
पुलिस ने कहा कि जब वह बाबा शेर शाह वली चौक पहुंची तो सिंह ने उसका रास्ता बाधित कर दिया और अपनी सरकारी एके-47 राइफल से पांच गोलियां चलाईं. उन्होंने बताया कि कौर को चार गोलियां लगीं जिसे सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. वही पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. घटना को लेकर मृतक कांस्टेबल गुरसेवक सिंह के पिता सुच्चा सिंह का कहना है कि उसने किस वजह से महिला पुलिसकर्मी की हत्या के बाद खुद को गोली मारी फिलहाल वो भी इस मामले से अनजान है.
2011 में पुलिस में भर्ती हुआ था गुरसेवक सिंह
गुरसेवक सिंह पुत्र सुच्चा सिंह साल 2011 में पंजाब पुलिस में भर्ती हुआ था और वर्तमान में फिरोजपुर में पंजाब पुलिस की स्वाट टीम में पदस्थ था. गुरसेवक की शादी हो चुकी थी और उसकी पांच साल की बेटी भी है. पुलिस का कहना है कि दोनों के एक भी विभाग में होने के चलते आपस में जान-पहचान थी, लेकिन अभी तक घटना के पीछे की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है.
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