Punjab News: पंजाब के अमृतसर के अजनाला की घटना को लेकर प्रदेश में माहौल गर्माया हुआ है. मामले को लेकर अब पंजाब के पूर्व डीजीपी शशिकांत का भी बयान सामने आया है. पूर्व डीजीपी ने वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के बारे में बात करते हुए कहा कि अजनाला की घटना में पुलिसकर्मियों को भी चोंटे लगी है मामले में केस दर्ज होना चाहिए. पंजाब में केस दर्ज ना होने का सबसे बड़ा कारण है कि जब भी कोई सेंसिटिव मसले पर केस दर्ज करना हो तो ऊपर की लीडरशिप को देखते हुए उनकी परमिशन लेनी पड़ती है.


पूर्व डीजीपी ने लगाए कई आरोप
पूर्व डीजीपी शशिकांत ने कहा कि ऊपर की लीडरशिप अपने वोट बैंक को देखकर केस दर्ज नहीं करने देती. उन्होंने कहा जहां तक पुलिस की बात है तो पुलिस ऑफिसर्स को कानून की पूरी जानकारी होती है, उसे कहा किस तरीके से काम में लेना होता है उन्हें सब पता होता है. पूर्व डीजीपी ने कहा कि वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह आज तक हर जगह आराम से घूम रहा है, इसकी बड़ी वजह कोई आंखें बंद करके बैठा है और क्यों बैठा है इसको लेकर बड़ा सवाल खड़ा होता है. 


सियासी लीडरशिप को रहता है ये डर
मौजूदा डीजीपी गौरव यादव की बैठक के बारे में बोलते हुए पूर्व डीजीपी शशिकांत ने कहा कि आज की बैठक बहुत अच्छी रही. एक अच्छी पॉलिसी जरूर बनाई जानी चाहिए. ताकि किस केस को किस तरीके से डील करना है. ये पता लगेगा तो पुलिस को बहुत सहायता मिलेगी. पूर्व डीजीपी शशिकांत ने आगे कहा कि पंजाब पुलिस किसी से नहीं डरती लेकिन सियासी लीडरशिप डरती है क्योंकि उन्हें डर रहता है कि उनके किसी कदम का असर उनके वोट बैंक पर ना पड़े. सियासी लीडरशिप की वजह से पुलिस अच्छे से काम नहीं कर पाती. 


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