Punjab News: पंजाब पुलिस ने मंगलवार को एक विशेष अभियान के दौरान राज्य की जिला और उपमंडलीय अदालतों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार पुलिस ने न्यायिक परिसरों में लगे ‘डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर’ (डीएफएमडी), सीसीटीवी कैमरों और अन्य सुरक्षा उपकरणों की जांच की. पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव के निर्देश पर राज्य के सभी जिलों में सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक एक साथ विशेष जांच अभियान चलाया गया.


संदिग्ध लोगों की तलाशी के साथ वाहनों की जांच
आधिकारिक बयान के अनुसार पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे व्यक्तिगत रूप से इस अभियान की निगरानी करें और इसके लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल उपलब्ध कराएं. विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने कहा कि पुलिस दलों ने पूरे राज्य में लगभग 68 अदालतों में जांच अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के अलावा, पुलिस दलों ने अदालत परिसरों में घूम रहे 1,796 संदिग्ध लोगों की तलाशी ली और 1,768 वाहनों की भी जांच की. 


असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने की तैयारी
विशेष पुलिस महानिदेशक अर्पित शुक्ला ने कहा कि इस चेंकिंग का उद्देश्य असामाजिक तत्वों पर नकेल कसकर न्यायिक परिसरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए सुनिश्चित करना है. डीजीपी ने इस अभियान को पंजाब को सुरक्षित बनाने का अभियान करार दिया. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से 3 दिनों में सीपी एसएसपी को बार संघों के साथ शिष्टाचार बैठक करने के लिए कहा गया है. इस दौरान सीपी एसएसपी को भी असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के साथ-साथ संवेदनशील स्थानों पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए है.


धार्मिक स्थलों के बाहर भी चलाया गया था तलाशी अभियान 
आपको बता दें कि अभी पिछले महीने ही राज्यभर के धार्मिक स्थलों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी करते हुए तलाशी अभियान चलाया गया और संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की गई थी. DGP गौरव यादव के निर्देश पर राज्य के विभिन्न जिलों में यह अभियान चलाया गया था. 


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