Punjab News: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी अभियान में जुटी हुई. पंजाब में पिछले कुछ दिनों से एसवाईएल को लेकर घमासान मचा है. वहीं दूसरी तरह I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल पंजाब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में भी खींचतान जारी है. इसी बीच अब बीजेपी की तरफ को बड़ा झटका लगा है. पिछले दिनों प्रदेश में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति के बाद जहां बीजेपी ने पार्टी को मजबूत करने के कोशिश की थी. अब एक साथ 8 वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने से कई सवाल खड़े हो रहे है.
पार्टी छोड़कर जाने वाले ये नेता पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खेमे के बताए जा रहे है. तो क्या अब कैप्टन अमरिंदर भी घर वापसी करने वाले है. राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चाएं होने लगी है.
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद भी चली थी चर्चाएं
आपको बता दें कि पिछले महीने कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनियां गांधी से मुलाकात की थी. जिसके बाद अटकलें लगने लगी थी कि कैप्टन फिर से कांग्रेस में वापसी करने वाले है. लेकिन इन सभी राजनीतिक अटकलों पर विराम लगाते हुए कैप्टन ने कहा था कि उन्होंने हमेशा के लिए मन बना लिया है वो बीजेपी में ही रहने वाले है. वो बीजेपी के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे. उन्होंने कहा था कि उनके जीवन का सिद्धांत है कि वो एक बार लिया हुआ निर्णय कभी वापस नहीं लेते.
आखिर कैप्टन खेमें के नेताओं ने वापसी की क्या बताई वजह
कैप्टन खेमे के नेता 2022 के विधानसभा चुनावों में हार के बाद बीजेपी में शामिल हुए थे. पूर्व मंत्री डॉ. राजकुमार वेरका, बलबीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह कांगड़, हंस राज जोसन, कमलजीत सिंह ढिल्लों कांग्रेस के वो नेता है जिन्होंने दोबारा घर वापसी की है. कांग्रेस में वापसी के बाद बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि कांग्रेस उनकी पुरानी पार्टी है, पार्टी छोड़कर जो उनसे गलती हुई थी. उसे उन्होंने अब सुधार लिया है. वहीं पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका ने बीजेपी में जात-पात हावी होने के आरोप लगाए है. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी में उन्हें मान-सम्मान नहीं मिला. बीजेपी सभी नेताओं को बराबर नहीं मानती, भेदभाव करती है.