Punjab Assembly Session: राज्यपाल और सीएम मान के विवाद में कांग्रेस की एंट्री, राजा वडिंग ने गर्वनर पुरोहित से कही ये बात
Punjab Politics:राज्यपाल और सीएम मान के बीच विधानसभा सत्र को लेकर चल रहे विवाद में अब कांग्रेस की भी एंट्री हो गई है. राजा वडिंग ने कहा पंजाब के लोगों का समय बर्बाद करने की बजाय स्थिति स्पष्ट करें.
Punjab News: पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय सत्र आज से शुरू होने वाला है. लेकिन इस विधानसभा सत्र को लेकर पहले ही विवाद छिड़ा हुआ है. राजभवन की तरफ से को पंजाब सरकार को पहले ही चिट्ठी भेजकर कहा गया है कि अगर विधानसभा का सत्र बुलाया जाता है तो वो गैरकानूनी होगा. वहीं अब विधानसभा सत्र के इस विवाद में अब कांग्रेस की भी एंट्री हो गई है. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि उनकी पार्टी की मीटिंग हुई उनके विधायक विधानसभा सत्र में भाग लेंगे.
‘पंजाब के लोगों का समय बर्बाद ना करें’
वहीं अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से सवाल किया कि तीसरा विधानसभा का सत्र है जो वे अवैध कह रहे है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करते. मेरा उनसे अनुरोध है कि इस सब में पंजाब के लोगों का समय बर्बाद करने की बजाय स्थिति स्पष्ट की जानी चाहिए ताकि वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करके आगे की कार्रवाई शुरू की जा सके.
ਮਾਣਯੋਗ ਗਵਰਨਰ ਸਾਹਿਬ ਹਰ ਵਾਰ ਦੇ ਸੈਸ਼ਨ ਨੂੰ ਗੈਰਕਾਨੂੰਨੀ ਕਰਾਰ ਤਾਂ ਦੇ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ਪਰ ਕੋਈ ਕਾਰਵਾਈ ਨਹੀਂ ਕਰਦੇ। ਮੇਰੀ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਬੇਨਤੀ ਹੈ ਕਿ ਇਸ ਸਭ ਵਿੱਚ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਸਮਾਂ ਖਰਾਬ ਕਰਨ ਦੀ ਬਜਾਏ ਸਥਿਤੀ ਸਪਸ਼ਟ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਜੋ ਅਸਲ ਮੁੱਦਿਆਂ ਤੇ ਧਿਆਨ ਦੇ ਕੇ ਅਗਲੀ ਕਾਰਵਾਈ ਅਰੰਭੀ ਜਾ ਸਕੇ। pic.twitter.com/Cxwdw1d58K
— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) October 19, 2023 [/tw]
‘विधेयकों की मंजूरी पर रोक’
राजभवन और पंजाब सरकार में चल रही खींचतान के बीच राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने उन तीन विधेयकों की मंजूरी पर रोक लगा है जिसे विधानसभा की तरफ से पेश किया जाना है. आपको बता दें कि विधानसभा का दो दिवसीय सत्र ऐसे समय में बुलाया गया है जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब में राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है.
पहले भी विधानसभा सत्र को लेकर खड़ा हुआ था विवाद
आपको बता दें कि इससे पहले पंजाब सरकार की तरफ से 19 और 20 जून को विधानसभा सत्र बुलाया गया था. जिसको लेकर विवाद खड़ा हुआ था. राज्यपाल पुरोहित ने इस विधानसभा सत्र को असंवैधानिक करार दिया था. इसके साथ इस सत्र के दौरान पारित किए गए बिलों को कानून का उल्लंधन बताया था. विधानसभा सत्र को असैंवेधानिक करार देने को लेकर सीएम मान की तरफ से कहा गया था कि हमने माहिरों की सलाह लेकर ही विधानसभा सत्र बुलाया था. हमने कोई कच्ची गोलियां नहीं खेली है.
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