चंडीगढ़: रविवार दिनभर हुई बारिश की वजह से पंजाब के किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. तेज़ आंधी के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि से पंजाब में किसानों की उच्चतम क्वालिटी की धान की फ़सल काफी हद तक खराब हो गई है. किसानों ने आरोप लगाया है कि उन्हें फसलों का बचाव करने के लिए प्रशासन की ओर से कोई मदद मुहैया नहीं करवाई गई. 


धान की फसल पूरी तरह से पककर तैयार हो चुकी थी. लेकिन बारिश की वजह से अब पंजाब के किसान खेतों में गिरी हुई धान की फ़सल देख परेशान हैं. बारिश की वजह से यह फसल काट कर मंडी में भेजने लायक नहीं रही है. 


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पंजाब के कई हिस्सों में किसान पहले ही फसल को काटकर मंडी में पहुंचा चुके थे. लेकिन मंडी में फसल को लेकर ठीक से प्रबंध नहीं किए गए. बारिश की वजह से मंडी में रखी फसल भी भीग गई और इसके चलते भी किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. 


क्या डैमेज कंट्रोल करेगी पंजाब सरकार


भारतीय किसान यूनियन उगराहां के सचिव हरजिंदर सिंह ने कहा, ''धान की खरीद को लेकर पंजाब सरकार के किए हुए प्रबंध धरे के धरे रह गए. मंडी में सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से फसल भीग गई. किसान पहले से ही नुकसान में हैं और अब उनकी समस्या बढ़ने वाली है.''


पंजाब की कांग्रेस सरकार हालांकि अब डैमेज कंट्रोल मोड में नज़र आ रही है. फसल के हुए नुकसान को लेकर डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने विशेष गिरदावरी के हुकम दिए हैं.


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