(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Punjab News: अमृतसर कोर्ट में पेश हुए सुखबीर सिंह बादल, जानें किस मामले में दर्ज हुआ था केस?
Sukhbir Singh Badal News: सुखबीर सिंह बादल ने बताया कि यह झूठी एफआईआर कांग्रेस की सरकार ने 2021 में दर्ज की थी, जिसके लिए वह कोर्ट में पेश हुए हैं. इस दौरान उन्होंने मान सरकार पर भी जमकर हमला बोला.
Punjab News: शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख और पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) शुक्रवार की दोपहर अमृतसर (Amritsar) कोर्ट में पेश हुए. इस दौरान उनके समर्थकों की भीड़ भी यहां जुटी रही. दरअसल, सुखबीर सिंह बादल पर अफसरों से बदसलूकी करने के मामले में कांग्रेस सरकार ने केस दर्ज किया था कोर्ट ने अब अगली सुनावाई 29 मई को तय की है. पेशी के बाद सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब की भगवंत मान सरकार पर जमकर निशाना साधा. बादल ने कहा कि मान सरकार आज प्रत्येक व्यक्ति के साथ धक्केशाही कर रही है.
पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर फेल- बादल
सुखबीर सिंह बादल ने मीडिया को बताया कि, यह झूठी एफआईआर कांग्रेस की सरकार ने 2021 में दर्ज की थी. जिसमें आज वह कोर्ट में पेश हुए हैं. वहीं सुखबीर सिंह बादल ने आगे कहा कि, हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सेवादार नहीं बीजेपी की कठपुतली हैं. सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब की मौजूदा आम आदमी पार्टी की सरकार की भी आलोचना करते हुए कहा कि, पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पूरी तरह से गड़बड़ हो गई है. आए दिन बम धमाके हो रहे हैं. आम लोगों को अपना शिकार बनाया जा रहा है.
श्री हरमंदिर साहिब के पास ब्लास्ट पर बोलते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि, यह पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस का फेलियर है. उन्होंने आगे कहा कि, जो पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस का काम है वह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने किया है. ब्लास्ट करने वाले दोषियों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया है. ऐसे में साफ तौर पर पुलिस का फेलियर सामने आया है.
क्या है पूरा मामला?
सुखबीर सिंह बादल, पूर्व विधायक विरसा सिंह वल्टोहा सहित कई अकाली नेताओं के खिलाफ ब्यास थाने में साल 2021 में केस दर्ज किया था. आरोप है कि सुखबीर सिंह बादल ने घटना के दौरान ब्यास नदी में पहुंच कर खनन को रोका था और वहां मौजूद अधिकारियों के साथ बदतमीजी भी की थी. घटना के दौरान पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी. पुलिस ने सभी के खिलाफ कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करने व सरकारी अफसरों से बदसलूकी करने के आरोप में केस दर्ज किया था.