Punjab: अकाली दल से निकाले जाने के एक दिन बाद काहलों ने थामा BJP का दामन, सुनील जाखड़ ने कह दी ये बात
Punjab Lok Sabha Chunav 2024: सुखबीर सिंह बादल ने काहलों को बुधवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों और के लिए शिरोमणि अकाली दल की प्राथमिक सदस्यता से बाहर निकाल दिया.

Punjab Lok Sabha Elections 2024: शिरोमणि अकाली दल से निकाले जाने के एक बाद पार्टी के अब तक नेता रविकरण सिंह काहलों ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच रविकरण सिंह के बीजेपी में शामिल होने को झटका माना जा रहा है. हालांकि, अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की सहमति से उन्हें पार्टी ने निष्काषित किया गया था.
पंजाब भाजपा में रविकरण सिंह के शामिल होने को प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और पार्टी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने स्वागत किया है. रविकरण सिंह काहलों पंजाब विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री निर्मल सिंह काहलों के बेटे हैं.
2002 में हार गए थे चुनाव
रविकरण सिंह काहलो ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में डेरा बाबा नानक सीट से असफल रूप से चुनाव लड़ा था. दरअसल, सुखबीर सिंह बादल ने काहलों को बुधवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया. पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने के लिए शिरोमणि अकाली दल की प्राथमिक सदस्यता से उन्हें बाहर निकाला गया है.
इस बात के लगाए जा रहे थे कयास
रविकरण सिंह काहलों को लेकर पिछले कुछ दिनों से चर्चा थी कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. अपने आवास पर वह समर्थकों को अप्रत्यक्ष रूप से संकेत भी दे रहे थे. हालांकि, चर्चा तो यह भी थी कि वो आम आदमी पार्टी में भी शामिल हो सकते हैं. वह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष निर्मल सिंह काहलों के बेटे हैं. वरिष्ठ काहलों ग्रामीण विकास मंत्री भी रहे हैं. उन्हें और रवि को पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल का करीबी माना जाता था. बता दें कि सुखबीर सिंह बदल ने रविकरण को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बुधवार को प्राथमिक सदस्यता से निष्काषित कर दिया था.
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