Punjab Stubble Burning: पंजाब में दो महीने में पराली जलाने की 43,144 घटनाएं हुईं दर्ज, 2021 की तुलना में 27% की आई कमी
Punjab Stubble Burning: शनिवार को पंजाब में पराली जलाने की कुल 2467 घटनाओं में से बठिंडा में सबसे अधिक 358 घटनाएं दर्ज की गईं. इसके बाद मोगा में 336, मुक्तसर में 256, फाजिल्का में 242 केस रिकॉर्ड हुआ.
Punjab Stubble Burning: पंजाब (Punjab) में शनिवार को पराली (Stubble) जलाने की 2,467 घटनाएं हुईं. राज्य के बठिंडा (Bathinda) में सबसे ज्यादा 358 घटनाएं दर्ज की गई हैं. लुधियाना (Ludhiana) स्थित 'पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर' (Punjab Remote Sensing Centre) के आंकड़ों के अनुसार 15 सितंबर से 12 नवंबर के बीच पराली जलाने की घटनाओं की संख्या बढ़कर 43,144 हो गई है. आंकड़ों के अनुसार पिछले साल इसी अवधि में पराली जलाने की 58,976 घटनाएं दर्ज की गई थीं और इसकी तुलना में यह 27 प्रतिशत कम है.
पंजाब में 2020 में इसी अवधि के दौरान 71,091 ऐसी घटनाओं की सूचना दी थी. आंकड़ों के अनुसार शनिवार को पराली जलाने की कुल 2,467 घटनाओं में से बठिंडा में सबसे अधिक 358 घटनाएं दर्ज की गईं. इसके बाद मोगा में 336, मुक्तसर में 256, फाजिल्का में 242, मानसा में 231, फरीदकोट में 200, फिरोजपुर में 186 और बरनाला में 174 घटनाएं दर्ज की गईं. इस बीच शनिवार शाम हरियाणा और पंजाब में कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 'मध्यम' और 'खराब' श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया.
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चंडीगढ़ में 104 रिकॉर्ड हुआ था वायु गुणवत्ता सूचकांक
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा के जींद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 293 दर्ज किया गया. हरियाणा के अन्य क्षेत्रों में गुरुग्राम में एक्यूआई 288, फरीदाबाद में 274, बहादुरगढ़ में 234, फतेहाबाद में 224, सोनीपत में 219, मानेसर में 175, पानीपत में 174 और अंबाला में 115 दर्ज किया गया. पंजाब में अमृतसर, बठिंडा, खन्ना, लुधियाना, जालंधर, मंडी गोबिंदगढ़ और पटियाला में वायु गुणवत्ता सूचकांक क्रमश: 168, 193, 103, 166, 192, 245 और 146 दर्ज किया गया. पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 104 दर्ज की गई.