Punjab News: ड्रग्स मामले में नाम आने पर दो दिन पहले पंजाब (Punjab) कांग्रेस के विधायक सुखपाल सिंह खेहरा (Sukhpal Singh Khaira) की गिरफ्तारी के बाद से प्रदेश की राजनीति में भूचाल की स्थिति है. पंजाब कांग्रेस (Congress) के नेता इसका खुला विरोध कर रहे हैं. इस घटना ने इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) की दो प्रमुख पार्टियों के बीच लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election) से पहले आपसी मतभेदों को सामने लाकर रख दिया है. इस बीच दो अक्टूबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आज निजी दौरे पर पंजाब पहुंचेंगे. लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले राहुल गांधी के अमृतसर दौरे को बेहद अहम माना जा रहा है. राहुल गांधी अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब में माथा भी टेकेंगे और सेवा करेंगे.
दरअसल, पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्ता में है. कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल की भूमिका है. दोनों दल इंडिया गठबंधन में प्रमुख पार्टियों में शुमार है. इसके बावजूद ड्रग्स मामले में कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी ने दोनों दलों के बीच सियासी तकरार की स्थिति पैदा कर दी है. कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने आप के रुख देखते हुए इस मसले पर चुप्प है, लेकिन पंजाब कांग्रेस नेता आप के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग, कद्दावर नेता प्रताप सिंह बाजवा समेत अधिकांश नेता गठबंधन का खुला विरोध कर रहे हैं. आप से गठबंधन के पक्ष में रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को सुखपाल खेहरा के बाद गठबंधन नहीं करने की वकालत की है. दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल भी I.N.D.I.A गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग हैं.
आप से गठबंधन पर हो सकती है चर्चा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चर्चा इस बात की भी है कि पंजाब कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के समझ इस मसले को उठाएंगे. साथ ही आप से गठबंधन न करने पर जोर देंगे. इस मामले में पंजाब कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि आप नेता कांग्रेस के वोट बैंक पर डाका डालकर पहले दिल्ली में पार्टी को सत्ता से बेदखल किया. उसके पंजाब पंजाब मे दिल्ली की तरह सरकार बनाई. गुजरात चुनाव के दौरान भी कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया. सात राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान भी आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने का कांग्रेस को नुकसान होगा. ऐसे में पंजाब में मुख्य विपक्षी पार्टी होते हुए भी आप से गठबंधन करना कांग्रेस के लिए नुकसान का सौदा साबित हो सकता है.
प्रदेश इकाई गठबंधन के पक्ष में नहीं
बता दें कि पंजाब कांग्रेस के बड़ा धड़ा इंडिया गठबंधन का अस्तित्व में आने से पहले से ही मोदी सरकार को लोकसभा चुनाव में हराने के लिए प्रदेश में आप से गठबंधन का विरोध कर रहा है. अब तो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में पंजाब की राजनीति किस करवट बैठेगा वो पार्टी आलाकमान के फैसले पर निर्भर करता है.
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