Ram Rahim को फरलो खत्म होने के बाद जेल वापस लाया गया, पुलिस की ओर से दी गई यह जानकारी
Ram Rahim की फरलो को लेकर काफी विवाद भी खड़ा हुआ था. कांग्रेस पार्टी की ओर से बीजेपी सरकार पर पंजाब चुनाव को प्रभावित करने के लिए राम रहीम को फरलो देने के आरोप लगाए गए.
Haryana News: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह (Ram Rahim) को रोहतक (Rohtak) की सुनारिया जेल वापस लाया गया है. रेप और हत्या के दोषी राम रहीम की तीन हफ्ते की फरलो सोमवार को समाप्त हो गई और इसके तुरंत बाद उनको जेल में वापस लाया गया. राम रहीम सिरसा (Sirsa) के अपने आश्रम में दो महिला अनुयायियों से बलात्कार के मामले में 20 साल कैद की सजा काट रहा है.
सिरसा में डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय है. पंचकुला की विशेष सीबीआई अदालत ने उसे 2017 में दोषी ठहराया था. रोहतक के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि डेरा प्रमुख को गुरुग्राम से भारी सुरक्षा कवर के तहत दोपहर से पहले रोहतक जिले की सुनारिया जेल लाया गया.
राम रहीम को सात फरवरी को तीन सप्ताह की फरलो दी गयी थी, ताकि वह गुरुग्राम में अपने परिवार से मिल सके. अधिकारियों के अनुसार, डेरा प्रमुख को 21 दिन के फरलो के दौरान खालिस्तान-समर्थक तत्वों से जान के गंभीर खतरे के मद्देनजर जेड-प्लस सुरक्षा भी दी गयी थी.
विपक्ष के निशाने पर थी हरियाणा सरकार
राम रहीम की फरलो पंजाब विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव से पहले मंजूर की गयी थी, जहां इनके अनुयायियों की संख्या, खासकर बठिंडा, संगरुर, पटियाला और मुक्तसर में, काफी अधिक है.
राम रहीम की फरलो को लेकर काफी विवाद भी कड़ा हुआ. कांग्रेस की ओर से राम रहीम को फरलो देने पर बीजेपी सरकार को घेरा गया था. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार ने पंजाब विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए राम रहीम को फरलो दी है. हालांकि हरियाणा सरकार इन आरोपो को नकारती रही और उसने फरलो को राम रहीम का अधिकार बताया.
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