Haryana News: रेप और हत्या के दोषी गुरमीत राम रहीम (Ram Rahim) को जेड प्लस सिक्योरिटी मिलने पर विवाद और गहरा गया है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने कहा है कि उनके पास राम रहीम को जेड प्लस सिक्योरिटी मुहैया करवाने को लेकर कोई फाइल नहीं आई थी. इससे पहले हरियाणा पुलिस (Haryana Police) की ओर से राम रहीम की जान को खतरा बताते हुए जेड सिक्योरिटी दी गई.


डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम की जान को खतरा होने के दावे पर अनिल विज ने चुप्पी तोड़ी है. हरियाणा सरकार में मंत्री विज ने कहा, ''मेरे पास ऐसी कोई भी रिपोर्ट नहीं आई है. मेरे पास राम रहीम से जुड़ी हुई कोई फाइल भी नहीं आई. इस मामले में मेरे पास कोई जानकारी नहीं है.''


अनिल विज के बयान ने राम रहीम को लेकर पहले से खड़े हुए विवाद को और बढ़ा दिया है. रेप और हत्या के आरोपी राम रहीम 6 फरवरी को 21 दिन की फरलो पर बाहर आए हैं. राम रहीम की फरलो को लेकर राजनीतिक दल सवाल खड़े कर चुके हैं. राजनीतिक दलों ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने पंजाब चुनाव को प्रभावित करने के लिए राम रहीम को फरलो दी. 


पुलिस की ओर से हो रहा है यह दावा


हरियाणा पुलिस का कहना है कि राम रहीम को खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर जेड प्लस सिक्योरिटी दी गई. हरियाणा पुलिस की ओर से दावा किया जा रहा है कि राम रहीम की जान को खालिस्तान का समर्थन करने वाले सिखों से खतरा है. 


विरोधी दल हालांकि बीजेपी सरकार पर इस मामले को लेकर लगातार हमलावर हैं. राम रहीम को लेकर सरकार पर लग रहे आरोपों पर सीएम मनोहर लाल खट्टर की ओर से भी जवाब आ चुका है. मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि राम रहीम को फरलो और सिक्योरिटी मिलने के पीछे किसी तरह की राजनीति नहीं है.


Punjab Election: कांग्रेस पार्टी की अहम मीटिंग में शामिल नहीं हुए नवजोत सिंह सिद्धू, चरणजीत चन्नी ने की अगुवाई