Haryana News: हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Chandrashekhar) के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मंत्री चंद्रशेखर महोदय ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पढ़ा भी है. अगर पढ़ा है, तो मुझे लगता है कि उतनी उनकी बुद्धि नहीं है कि वह उसे समझ सके. यह देश राम का है, जो नहीं राम का, वह नहीं किसी काम का! 


हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि इस देश की जनता सुबह उठते ही राम-राम करती है. शाम को राम-राम करती है, गांव-शहर में राम-राम करती है. राम तो देशवासियों के रग-रग में बसे हैं. भगवान राम के खिलाफ कोई भी प्रश्नचिह्न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी की थी और इसे नफरत फैलाने का ग्रंथ कहा था.


हम तो चाहते हैं सिविल कोड लागू हो 
इसके साथ ही उन्होंने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ओवैसी को टारगेट पर लेते हुए कहा कि मैं, उनसे भी कहूंगा कि सिविल कोड़ लागू किया जाए. ताकि सब मिलजुल कर रह सकें. हम तो चाहते हैं कि देश में कॉमन सिविल कोड लागू हो. इस पर आपत्ति भी तो उन्हीं को है. भारत में रहने से किसी को कौन मना कर रहा है? यहां मिल-जुलकर सभी को रहना चाहिए, क्यों उछल-कूद करते हो? विज ने ये बात ओवैसी के उस बयान पर कहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत में रहने के लिए मुसलमानों को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है. 


दरअसल, ये मसला उस समय सुर्खिलों में आया जब स्वामी  स्वामी दीपांकर सनातनी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल लोगों को संकल्प दिलाया था कि -'हम हिंदू सनातनी हैं. सभी लोग ये संकल्प लें कि हम हमेशा हिंदू सनातनी बने रहेंगे'. 


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