Punjab Election: पंजाब विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस की आंतरिक कलह और ज्यादा बढ़ गई है. पंजाब में मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने अपने बेटे राणा इंदर प्रताप सिंह के लिये चुनाव प्रचार किया है. इंदर प्रताप सिंह कांग्रेस उम्मीदवार नवतेज सिंह चीमा के खिलाफ सुल्तानपुर लोधी (Sultanpur Lodhi) विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.
पंजाब के कैबिनेट मंत्री ने इंदर प्रताप के लिए पिछले हफ्ते चीमा के पैतृक गांव बूसोवाल से चुनाव प्रचार की शुरूआत की. राणा ने दावा किया कि सुल्तानपुर लोधी सीट से उनके बेटे की जीत होगी. राणा गुरजीत ने इंदर प्रताप के लिए विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गांवों में चुनाव प्रचार किया.
चीमा समेत पंजाब कांग्रेस के चार नेताओं ने मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर, राणा गुरजीत को पार्टी से निलंबित किये जाने की मांग की और आरोप लगाया कि विधानसभा चुनावों से पहले वह पार्टी को कमजोर कर रहे हैं.
कांग्रेस विधायक के खिलाफ कर रहे हैं प्रचार
कांग्रेस ने राणा को कपूरथला विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. गुरजीत सिंह ने कहा कि सोनिया को कांग्रेस के चार नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने के बाद उन्होंने अपने बेटे के पक्ष में चुनाव प्रचार करने का निर्णय किया. साथ ही उन्होंने कहा कि यह उनकी नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इंदर प्रताप का समर्थन करें.
राणा गुरजीत ने कांग्रेस के चारों नेताओं को कपूरथला आकर उनके खिलाफ चुनाव प्रचार करने की चुनौती दी है. चीमा ने दावा किया है कि चीमा के खिलाफ प्रचार करने को लेकर पार्टी आलाकमान की ओर से अभी तक कारण बताओ नोटिस नहीं मिला है.
सुल्तानपुर लोधी विधानसभा सीट पर से चीमा के खिलाफ इंदर प्रताप के बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ने के निर्णय के बाद कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. पत्र लिखने वालों में चीमा के अलावा जालंधर उत्तर से विधायक अवतार सिंह जूनियर, फगवाड़ा विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल और पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैहरा शामिल हैं.