Punjab News: पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगने जा रहा है. कांग्रेस के विधायक राणा गुरमीत सिंह सोढी (Rana Gurmit Singh Sodhi) ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है. राणा गुरमीत सिंह कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) की सरकार में मंत्री रहे हैं. चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट में हालांकि उन्हें जगह नहीं मिली थी.
राणा गुरमीत सिंह सोढी को कैप्टन अमरिंदर सिंह का करीबी समझा जाता है. गुरमीत सिंह सोढी विधानसभा क्षेत्र गुरु हर सहाय विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल में गुरमीत सिंह राणा को कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल था.
राणा गुरमीत सिंह को पंजाब के दिग्गज नेताओं में शुमार किया जाता है. गुरमीत सिंह लगातार चार बार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं. 2002 में गुरमीत सिंह विधायक चुने गए थे. इसके बाद गुरमीत सिंह सोढी 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में भी जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. 2018 में कांग्रेस पार्टी की ओर से गुरमीत सिंह को चीफ व्हिप भी बनाया गया था.
कैप्टन अमरिंदर सिंह कर रहे हैं बड़े दावे
67 साल के गुरमीत सिंह 1973 से राजनीति में एक्टिव हैं. राणा गुरमीत सिंह सोढी भारतीय यूथ कांग्रेस का हिस्सा भी रह चुके हैं. इंडियन यूथ कांग्रेस का मेंबर रहते हुए राणा गुरमीत सिंह ने स्पोर्ट्स और एजुकेशन के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया था.
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटाए जाने के बाद से कई कांग्रेसी नेताओं के पार्टी छोड़ने के कयास लगाए जा रहे थे. कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही दावा कर चुके हैं कांग्रेस के कई विधायक उनके संपर्क में हैं और जल्द ही पार्टी बदल सकते हैं. विधानसभा चुनाव के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया है.