Lok Sabha Elections 2024: 'राक्षस' वाला बयान देकर बुरे फंसे रणदीप सुरजेवाला, BJP के साथ कांग्रेस ने भी खोल दिया मोर्चा
Chandigarh News: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नूंह हिंसा को लेकर सीएम खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज को जमकर घेरा. वहीं कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर भी हुड्डा ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
Haryana News: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) 'राक्षस' वाला बयान देकर फंस गए हैं. भारतीय जनता पाटी (BJP) के साथ-साथ अब कांग्रेस भी उन्हें निशाने पर ले रही है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) की भी अब सुरजेवाला के बयान पर प्रतिक्रिया आई है. हुड्डा ने कहा, 'किसी भी जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को सभ्य भाषा का प्रयोग करना चाहिए.' वहीं हुड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधते हुए कहा, 'सुरजेवाला तो बोले, लेकिन मुख्यमंत्री ने उनके परिवार तक को इस मामले में घेरा है, ये ठीक नहीं है.'
कांग्रेस में गुटबाजी पर क्या बोले हुड्डा?
मीडिया ने जब हुड्डा से कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है. SRK शब्द मीडिया की ही देन है. कैथल और भिवानी में कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी के एकजुट होने पर हुड्डा ने कहा कि सभी कांग्रेस पार्टी के लिए ही काम कर रहे हैं. वहीं हुड्डा ने चुनावी तैयारियों को लेकर कहा कि 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में प्रदेशभर की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए शेड्यूल तैयार किया जाएगा.
मामन खान के मामले पर भी बोले हुड्डा
नूंह हिंसा के लिए बीजेपी की तरफ कांग्रेस विधायक मामन खान पर लगाए गए आरोपों को लेकर हुड्डा ने कहा कि मामन खान का इस हिंसा में कोई रोल नहीं है. जो वीडियो सोशल मीडिया पर दिखाया गया उसे विधानसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया था. उन्होंने कहा कि नूंह हिंसा में सरकार पूरी तरह से विफल हुई है.
‘CM और HM को पद पर रहने का अधिकार नहीं’
पूर्व सीएम हुड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों के अलग-अलग बयान आ रहे है. गृह मंत्री के पास सीआईडी का विभाग नहीं, वो कैसे गृह मंत्री बनकर रह गए है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने भी सरकार को घेरते हुए कहा कि ना सरकार विपक्ष के सवालों का जवाब दे पा रही है और ना ही मंत्री राव इंद्रजीत के सवालों का. अगर सीएम खट्टर और गृह मंत्री प्रदेश की जनता को सुरक्षा नहीं दे सकते तो उन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं.