Punjab Election: पंजाब विधानसभा चुनाव का नतीजा आने में तीन दिन का वक्त बाकी है. लेकिन नतीजे आने से ठीक पहले कांग्रेस (Congress) पार्टी की आंतरिक कलह और ज्यादा बढ़ गई है. लुधियाना से पार्टी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने पार्टी के सीनियर नेताओं को निशाने पर लिया है. रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) ने आरोप लगाया है कि सीनियर नेताओं से सहयोग नहीं मिलने की वजह से कांग्रेस पार्टी की सत्ता में वापस आने की संभावना कम हुई हैं.


रवनीत बिट्टू ने कहा, ''सीनियर नेताओं को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई थीं. लेकिन कांग्रेस के कई नेता अपने विधानसभा क्षेत्रों से ही बाहर नहीं निकले. यह दिखाता है कि ऐसे नेता कांग्रेस पार्टी के लिए कितने वफादार ते. 10 मार्च आने दीजिए मैं ऐसे नेताओं के नाम सबके सामने लेकर आउंगा.''


बिट्टू ने पार्टी के नेताओं पर सिर्फ सत्ता के लिए साथ जुड़े रहने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ''ऐसा नेता सिर्फ सत्ता के लिए पार्टी से जुड़ते हैं और वहीं आगे रहते हैं. पार्टी के अंदर मतभेद साफ दिख रहे थे. नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयान दे रहे थे. ऐसे नेताओं के धड़े ने पार्टी की सत्ता में वापस आने की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाया है.''


कांग्रेस में बढ़ गई थी दरार


चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाने के बाद कांग्रेस पार्टी के अंदर दरार और ज्यादा बढ़ गई. अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून से एक सीनियर नेता ने कहा, ''पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम उम्मीदवार बनाने का दांव चला. चुनाव के नतीजे ही बताएंगे कि हाईकमान का यह दांव काम करता है या नहीं. इससे यह भी पता चलेगा कि कितने नेता कांग्रेस के साथ खड़े रहे.''


बता दें कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान लगातार एक-दूसरे पर हमले बोले. इतना ही नहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी चन्नी को सीएम उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से अपने आप को अमृतसर ईस्ट विधानसभा तक सीमित कर लिया था. सिद्धू के परिवार की ओर से तो चन्नी पर सीधे सवाल उठाए गए. 


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