पंजाब की संगरूर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव का नतीजा आज आएगा. संगरूर लोकसभा सीट से सांसद भगवंत मान के इस्तीफे के कारण यहां उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी है. मान इस साल प्रदेश में हुये विधानसभा चुनाव में निर्वाचित घोषित हुये थे, जिन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था. मान इस सीट से 2014 और 2019 में सांसद निर्वाचित हुये थे. विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के लिये यह उपचुनाव लोकप्रियता की परीक्षा साबित होगी.
संगरूर लोकसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में काफी कम 45.30 प्रतिशत मतदान हुआ. संगरूर लोकसभा सीट पर वर्ष 2019 के चुनाव में 72.44 प्रतिशत और वर्ष 2014 में 76.71 प्रतिशत मतदान हुआ था. निर्वाचन क्षेत्र के नौ विधानसभा क्षेत्रों में से अधिकांश में दिनभर कम मतदान दर्ज किया गया.
यह चुनाव ऐसे समय में हुआ है जब विपक्षी दल प्रदेश की ‘‘बदतर’’ कानून व्यवस्था एवं कांग्रेस नेता तथा गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं. आम आदमी पार्टी इस सीट से संगरूर जिला प्रभारी गुरमेल सिंह को उम्मीदवार बनाया है जबकि मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने धूरी के पूर्व विधायक दलवीर सिंह गोल्डी को टिकट दिया है. भाजपा ने बरनाला के पूर्व विधायक केवल सिंह ढिल्लों को उम्मीदवार बनाया है जो चार जून को कांग्रेस छोड़कर भगवा पार्टी में शामिल हुये हैं.
पंजाब के पूर्व एवं दिवंगत मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में सजायाफ्ता बलवंत सिंह राजोआना की बहन कमलदीप कौर को संगरूर लोकसभा सीट से शिरोमणि अकाली दल ने अपना उम्मीदवार बनाया है. शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान भी इस उपचुनाव में अपना राजनीतिक भाग्य आजमा रहे हैं.
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