Haryana News: हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा में आज से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक आगाज हुआ है. आज बैठक के पहले पिछले साल जिन राजनीतिक और प्रख्यात हस्तियों का निधन हुआ था उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव, समाजवादी पार्टी के ही नेता शरद यादव और वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण को श्रद्धांजलि दी गई. इसके अलावा पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी और फिल्म अभिनेता सतीश कौशिक को भी श्रद्धांजलि दी गई. बैठक के पहले सत्र में आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने पिछले एक साल में काल के गाल में समा चुकी प्रतिष्ठित हस्तियों के नाम पढ़े. इस कड़ी में 100 से ज्यादा दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई. 


3 दिन तक चलेगी आरएसएस की बैठक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय बैठक 14 मार्च तक चलने वाली है. बैठक में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा अपनी शताब्दी वर्ष विस्तार योजना के तहत 2022-23 में कार्यों की समीक्षा की जाएगी और 2023-24 के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा. आपको बता दें कि कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा संघ के सबसे सर्वोच्च नीति निर्णायक इकाई है. इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत 1400 से ज्यादा पदाधिकारी भाग ले रहे है. बैठक में तीन दिनों तक विश्व हिंदू परिषद समेत संघ से जुड़े 34 संगठनों के पदाधिकारी शामिल होने वाले है. इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन के महासचिव बीएल संतोष भी शामिल होने के लिए पहुंचे है.
 
बैठक में लिया गया बड़ा फैसला
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में संयुक्त महासचिव डॉ. मनमोहन वैद्य ने महिलाओं की शाखाओं को जोड़ने के फैसले को लेकर संकेत दिए है. वही आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर की तरफ से कहा गया कि आरएसएस की शाखाएं समाज में बदलाव लाने का एक केंद्र है जो स्वयंसेवकों द्वारा समाज को लेकर किए गए अध्ययन के आधार पर अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में काम करती है. 


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