Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन में पंजाब के छात्र की बीमारी से मौत, एक दिन पहले ही मिलकर लौटे थे रिश्तेदार
Russia Ukraine War: चंदन जिंदल बीते 2 फरवरी को गंभीर रूप से बीमार हो गया. उसके दिमाग में खून जम गया था और जिसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ा.
Russia Ukraine Conflict :रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में बुधवार को एक और भारतीय की मौत हो गई है. युवक पंजाब (Punjab News) स्थित बरनाला (Barnala News) का रहने वाला है. मृतक की पहचान चंदन जिंदल के तौर पर हुई है और बीते 4 साल से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था.
बताया गया कि चंदन जिंदल बीते 2 फरवरी को गंभीर रूप से बीमार हो गया. उसके दिमाग में खून जम गया था और जिसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ा. चंदन की देखभाल के लिए 7 फरवरी को उसके पिता शिशन कुमार और ताया कृष्ण कुमार यूक्रेन गए थे. इसी दौरान दोनों देशों में लड़ाई हो गई.
मंगलवार को ही चंदन के ताया कृष्ण कुमार यूक्रेन से बरनाला आए. यहां पहुंचने के बाद ही उनको इलाज दौरान के दौरान चंदन जिंदल के मौत की सूचना मिली. जिसके बाद घर में मातम छा गया. चंदन की मां, बहन और और परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है.
शव भारत लाए जाने की मांग
मृतक नौजवान के परिवार ने मांग की है कि चंदन का शव भारत वापस लाया जाए. मृतक के ताया कृष्ण कुमार ने बताया कि उनका बच्चा चंदन जिंदल एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन के विनीसिया शहर गया हुआ था. उनको 2 फरवरी को जानकारी मिली कि चंदन गंभीर रूप से बीमार हो गया है और उसको तुरंत आपरेशन की जरूरत है. जिसके बाद परिवार ने मोबाइल फोन से ही चंदन के ऑपरेशन की परमिशन दे दी.
कृष्ण कुमार ने बताया "इसके बाद चंदन के पिता शिशन जिंदल और मैं, देखभाल के लिए यूक्रेन गए. उस समय यूक्रेन के हालत स्थिर थे. इस दौरान वहां पढ़ाई कर रहे भारतीय बच्चों ने मदद की." उन्होंने बताया "हम यूक्रेन की विनीसिया स्टेट में रह रहे थे. वहां रूस -यूक्रेन युद्ध का बहुत प्रभाव नहीं था. हर तरह की सुविधा मिल रही थी."
उन्होंने बताया "इसके बाद मैं वापस आया. भारत वापस आते वक्त बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ा. भारत वापसी के दौरान मैं रोमानिया से आया. विनीसिया से आते हुए 46 और विद्यार्थियों के साथ बस कर के पहुंचे. बार्डर तक पहुंचने के लिए 10 से 12 किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ा."
रोमानिया बार्डर पर हालात बहुत भयानक- कृष्ण कुमार
कृष्ण कुमार ने बताया "रोमानिया बार्डर पर हालात बहुत भयानक हैं. भारत के सैकड़ों विद्यार्थी कड़कती ठंड में मुश्किलों का सामना कर रहे थे." उन्होंने बताया "विनीसिया शहर से बार्डर तक कुछ खाने को नहीं मिला. भारत सरकार की तरफ से बहुत मदद मिली और मैं कल ही घर पहुंचा हूं."
उन्होंने बताया कि बुधवार को ही यूक्रेन से फोन आया कि चंदन की इलाज दौरान मौत हो गई है. अब उसका शव वापस भारत लाने के लिए कोशिश कर रहे हैं.
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