Punjab News: पंजाब में बेअदबी की घटनाओं में न्याय की मांग को लेकर भगवंत मान की सरकार घिरती हुई नज़र आ रही है. 2015 की बेअदबी के मामलों और उसके बाद पुलिस गोलीबारी की घटना में न्याय की मांग को कई सिख संगठनों ने फरीदकोट में बठिंडा-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया. कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) भी धरने में शामिल हुए.


पुलिस गोलीबारी की घटना के पीड़ितों में से एक के परिवार ने न्याय देने में कथित देरी के विरोध में अनिश्चित काल के लिए राजमार्ग को अवरुद्ध करने का आह्वान किया था. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि बठिंडा और अमृतसर की ओर जाने वाले यातायात को कई जगहों पर दूसरे रास्तों से भेजा गया.


पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और मामलों में न्याय दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग की. सिद्धू ने कहा, ''मैं मांग करता हूं कि न्याय दिलाने के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया जाए. हर दिन सुनवाई होनी चाहिए. भगवंत मान आप भी गृह मंत्री हैं और आप छोटे भाई हैं. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप एक फास्ट-ट्रैक कोर्ट गठित करें और न्याय सुनिश्चित करें.''


सिद्धू की ओर से उठाया गया यह सवाल


फरीदकोट के बरगारी में 2015 में सिखों के पवित्र ग्रंथ के फटे हुए पन्ने पाए गए थे. बेअदबी की घटनाओं का विरोध करने वालों पर पुलिस की गोलीबारी में दो लोग- कृष्ण भगवान सिंह और गुरजीत सिंह मारे गए. घटना फरीदकोट के बहबल कलां में हुई थी.


कृष्ण भगवान सिंह के पुत्र सुखराज सिंह न्याय की मांग को लेकर बहबल कलां में 100 दिनों से अधिक समय से धरना दे रहे हैं. उन्होंने कहा, ''हम राष्ट्रीय राजमार्ग को अनिश्चित काल के लिए अवरुद्ध कर रहे हैं.''


दिल्ली के मुख्यमंत्री के पहले के बयान का हवाला देते हुए सिद्धू ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि 24 घंटे के भीतर बेअदबी की घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. सिद्धू ने सवाल उठाया कि इस मामले में न्याय दिलाने से अब अरविंद केजरीवाल को कौन रोक रहा है.


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