Jalandhar West Assembly Bypoll: अकाली दल जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में आधिकारिक तौर पर उतारे गए उम्मीदवार की बजाय BSP उम्मीदवार का समर्थन करेगा. बताया जा रहा है कि उस उम्मीदवार को एक पैनल की ओर से चुना गया था, जिसके दो सदस्यों ने अब पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ बगावत कर दी है. शिरोमणि अकाली दल अब अपने उम्मीदवार को बदलने में असमर्थ है क्योंकि इसके लिए आखिरी दिन पहले ही बीत चुका है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने गुरुवार (27 जून) को मीडिया से बातचीत में कहा कि शिरोमणि अकाली दल के पास अब 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव के लिए अपना अधिकृत उम्मीदवार नहीं है.
SAD पैनल ने चुना था उम्मीदवार
शिरोमणि अकाली दल की जालंधर जिला इकाई के प्रमुख ने बुधवार को घोषणा की कि पार्टी ने जालंधर पश्चिम से अपनी उम्मीदवार सुरजीत कौर से समर्थन वापस ले लिया है. कौर दो बार की नगर निगम पार्षद हैं. उन्हें इस सीट के लिए SAD पैनल द्वारा चुना गया था, जिसमें बीबी जागीर कौर, गुरपरताप सिंह वडाला, विधायक सुखविंदर सुखी और मोहिंदर सिंह कापी शामिल थे. हालांकि, जागीर कौर और वडाला अब उन बागी पार्टी नेताओं में से हैं जिन्होंने बादल के खिलाफ विद्रोह किया और मांग की कि उन्हें पार्टी प्रमुख का पद छोड़ देना चाहिए.
दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार बिंदर कुमार का समर्थन करने के लिए कहा है. वरिष्ठ अकाली नेता ने यह भी कहा कि उन्होंने सुरजीत कौर से उपचुनाव नहीं लड़ने का अनुरोध किया है. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 26 जुलाई थी. सुरजीत कौर को पहले ही SAD चुनाव चिह्न आवंटित किया जा चुका है और वह उन 15 उम्मीदवारों में शामिल थीं, जो उपचुनाव के लिए मैदान में बचे थे.
अकाली दल की जालंधर जिला इकाई के प्रमुख (शहरी) कुलवंत सिंह ने कहा था कि सुरजीत कौर से समर्थन वापस लेने का फैसला पार्टी प्रमुख बादल से सलाह के बाद लिया गया. आम आदमी पार्टी से शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद ये इस सीट पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं. अब शीतल अंगुराल बीजेपी से उम्मीदवार हैं.
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