Punjab News: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में आईपीएस अधिकारी को खालिस्तानी कहे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. विपक्षी पार्टियां लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही हैं. इसी कड़ी में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि बंगाल के एक सिख IPS अधिकारी को बीजेपी नेता की ओर से खालिस्तानी कहना बेहद निंदनीय है. शायद बीजेपी को नहीं पता कि देश को आजाद कराने और उसकी आजादी को बरकरार रखने में आज तक सबसे ज्यादा बलिदान पंजाबियों ने दिया है. बीजेपी को पंजाबियों से माफी मांगनी चाहिए.
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिला से यौन हिंसा मामले में बीजेपी नेता सड़कों पर उतरे थे. इस दौरान उन्होंने संदेशखाली में एंट्री करने का प्रयास किया तो वहां मौजूद आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया. इसकी वजह से बीजेपी नेता आईपीएस अधिकारी से बहस करने लगे.
इस दौरान बीजेपी नेताओं ने आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह को कथित तौर पर खालिस्तानी कह दिया, जिसके बाद मीडिया के सामने ही दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें आईपीएस अधिकारी बोलते हुए सुनाई दे रहे हैं कि मुझे पगड़ी पहनने की वजह से खालिस्तानी कहा गया. अगर कोई पुलिसकर्मी पगड़ी पहनकर ड्यटी करता है तो क्या वो खालिस्तानी हो जाता है. इस दौरान आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह केस करने की भी बात कही.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की भी आई प्रतिक्रिया
मामले को लेकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि बीजेपी का सिखों के लिए यही विचार है. हर पगड़ी में उन्हें खालिस्तान दिखता है? उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. अगर एक आईपीएस अधिकारी के साथ यह व्यवहार है तो आम सिखों के साथ ये लोग क्या करेंगे?