Punjab News: पंजाब में संगरूर लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रचार मंगलवार शाम छह बजे थम गया. यह सीट मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान द्वारा लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की वजह से खाली हुई है. इस सीट पर मतदान गुरुवार को होगा और यहां बहुकोणीय मुकाबले के आसार हैं. मुख्यमंत्री मान ने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ सोमवार को रोड शो किया था. उन्होंने प्रचार के आखिरी दिन कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया. रिटर्निंग अधिकारी जितेंद्र जोरवाल ने पहले कहा था कि लोकसभा क्षेत्र में 15,69,240 पात्र मतदाता हैं जिनमें 8,30,056 पुरुष, 7,39,140 महिलाएं और 44 ट्रांसजेंडर हैं. कुल 16 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें 13 पुरुष और तीन महिलाएं हैं.
23 जून को होगी वोटिंग
मतदान 23 जून को सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक होगा और 26 जून को मतगणना होगी. इस साल की शुरुआत में पंजाब की सत्ता में आने के बाद ‘आप’ के लिए यह पहली बड़ी चुनावी लड़ाई है. ‘आप’ ने पार्टी के संगरूर जिला प्रभारी गुरमेल सिंह को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने धुरी के पूर्व विधायक दलवीर सिंह गोल्डी पर दांव लगाया है. बीजेपी ने बरनाला के पूर्व विधायक केवल ढिल्लों को मैदान में उतारा है, जो चार जून को पार्टी में शामिल हुए थे.शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान भी मैदान में हैं. शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए बलवंत सिंह राजोआना की बहन कमलदीप कौर को टिकट दिया है.
सीएम मान ने कही ये बड़ी बात
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भगवंत मान ने उन्हें दो बार (2014 और 2019) संसद भेजने और उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए क्षेत्र के मतदाताओं का धन्यवाद दिया, और विश्वास व्यक्त किया कि 'संगरूर के क्रांतिकारी लोग एक बार फिर आम आदमी के लिए मतदान करेंगे और आप के गुरमेल सिंह प्रचंड बहुमत से जीतेंगे.' बता दें कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने धुरी से विधायक चुने जाने के बाद संगरूर के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि विपक्ष के विपरीत, आप युवाओं को रोजगार देने, स्कूलों और अस्पतालों को विकसित करने, भ्रष्टाचार और माफिया तत्वों को खत्म करने, फिर से 'रंगला (जीवंत) पंजाब' का मार्ग प्रशस्त करने जैसे मुद्दों पर उपचुनाव लड़ रही है.
सीएम ने विपक्ष पर साधा निशाना
चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस, बीजेपी और शिअद ने राज्य में 'बिगड़ती' कानून व्यवस्था को लेकर ‘आप’ सरकार पर निशाना साधा जबकि मुख्यमंत्री ने 'हंगामा' करने के लिए विपक्षी दलों पर हमला किया और कहा कि पंजाब अब सुरक्षित हाथों में है और कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू की हत्या में शामिल सभी आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केंद्रीय एजेंसियों और पांच अन्य राज्यों के साथ मिलकर मामले की अच्छी तरह से जांच कर रही है. शिअद ने सिख कैदियों का मुद्दा उठाया है और उम्रकैद की सजा पूरी होने के बाद भी जेलों में बंद सभी कैदियों को रिहा करने की मांग की है. शिअद प्रमुख सुखबीर बादल ने प्रचार के दौरान बार-बार कहा, “हम 'बंदी सिंह' (सिख कैदियों) के लिए लड़ रहे हैं और यह न्याय की लड़ाई है.”
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