भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पंजाब स्थित संगरूर लोकसभा सीट (Sangrur Loksabha Seat) से उपचुनाव के लिए प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने केवल ढिल्लों (Kewal Dhillon) को उम्मीदवार घोषित किया है. बता दें संगरूर लोकसभा सीट पर 23 जून को मतदान होना है और इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया भी जारी है. अभी तक कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी का ऐलान नहीं हुआ है. उपचुनाव के लिए 26 जून को मतगणना होगी. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि छह जून है.
उपचुनाव के लिये शनिवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार गुरमेल सिंह और शिरोमणि अकाली दल (Amritsar) के प्रत्याशी सिमरनजीत सिंह मान ने नामांकन पत्र दाखिल किये. बेअंत सिंह हत्याकांड मामले के दोषी बलवंत सिंह राजोआना की बहन कमलदीप कौर ने भी पटियाला जेल में अपने भाई से मुलाकात करने के बाद उपचुनाव लड़ने का फैसला किया है. इसके बाद, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कौर को संगरूर सीट के लिए शिअद-बसपा गठबंधन और सभी पंथिक संगठनों का संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया.
भगवंत मान ने दिया था इस्तीफा
संगरूर सीट से सांसद भगवंत मान ने इस साल हुए विधानसभा चुनाव में धुरी सीट से जीत हासिल की थी, जिसके बाद से यह सीट खाली है और इस पर उपचुनाव होने जा रहा है. भगवंत मान ने वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में संगरूर संसदीय सीट से जीत हासिल की थी. नामांकन पत्र दाखिल करते समय वह गुरमेल सिंह के साथ मौजूद थे.
आम आदमी पार्टी के संगरूर जिले के प्रभारी गुरमेल सिंह को शुक्रवार को उम्मीदवार घोषित किया गया था. शिअद (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान ने उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. उन्होंने किसी सिख कैदी के परिवार के व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने के बादल के अनुरोध को खारिज कर दिया. बादल और शिअद के अन्य नेताओं ने शुक्रवार शाम सिमरनजीत सिंह मान से मुलाकात की थी.
इस बीच, पटियाला में पत्रकारों से बात करते हुए कमलदीप कौर ने कहा कि उनके भाई ने उन्हें उपचुनाव लड़ने के लिए कहा था, यदि शिअद उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित करे तो. उन्होंने कहा कि शिअद नेताओं ने उनसे उपचुनाव लड़ने का अनुरोध किया था.