Punjab News: पंजाब के सीएम भगवंत मान और किसान संगठनों के बीच अहम मीटिंग हुई है. इस मीटिंग में संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) की ओर से भगवंत मान के सामने गेंहू की फसल खराब होने पर प्रति क्विंटल 500 रुपये देने की मांग की गई है. इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने किसान नेताओं से फसलों की विविधता और जल संरक्षण के लिए धान की सीधी बुआई करने का अनुरोध किया.
भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार वैकल्पिक फसलों का लाभकारी मूल्य देने के मुद्दे को केंद्र के समक्ष उठाएगी. उन्होंने बैठक में मौजूद 23 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से कृषि क्षेत्र को अलग-अलग समय में बिजली आपूर्ति किये जाने के मुद्दे पर जानकारी मांगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तावित कटौती धान की बुआई के मौसम में पीक लोड से बचने में मदद करेगी.
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा किये गये अध्ययन के नतीजों पर चिंता जताते हुए मान ने कहा कि डीएसआर तकनीक से 15-20 फीसदी भूजल को बचाने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि इस तकनीक से प्रति एकड़ 3000 रुपये लागत घट जायेगी.
भगवंत मान से मिला भरोसा
मान ने किसानों को गन्ना, मक्का, दलहन और तिलहन जैसी वैकल्पिक फसलों की बुवाई करके कृषि के विविधीकरण का विकल्प चुनने के लिए भी प्रेरित किया. मान ने उन्हें आश्वासन दिया कि राज्य सरकार जल्द ही केंद्र के साथ इन फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का मुद्दा उठाएगी.
किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने गेहूं की उपज में गिरावट के कारण किसानों के लिए बोनस का मुद्दा उठाया. दल्लेवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री से गेहूं पर 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस की मांग की गई. दल्लेवाल ने दावा किया कि मान ने उन्हें आश्वासन दिया कि प्रभावित गेहूं उत्पादकों को मुआवजा दिया जाएगा.