Punjab Election: किसान आंदोलन से निकली संयुक्त समाज पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रही है. संयुक्त समाज मोर्चा (Sanyukt Samaj Morcha) ने मुक्तसर से अनुरूप कौर संधू को टिकट दिया है. अनुरूप कौर संधू (Anuroop Kaur Sandhu) ने संयुक्त समाज मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में अग्रेंजी टीचर की नौकरी को छोड़ दिया.


संयुक्त समाज मोर्चा ने पंजाब विधानसभा के चुनाव के लिए इसने किसानों, कार्यकर्ताओं, शिक्षकों और डॉक्टरों सहित विभिन्न पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. कौर ने कहा कि किसान आंदोलन के साथ जुड़ने और एसएसएम के गठन के बाद उन्होंने मुक्तसर से टिकट के लिए आवेदन किया था और उनका चयन कर लिया गया.


अनुरूप कौर केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दौरान संधू संयुक्त किसान मोर्चा के संपर्क में आईं और दिल्ली की सीमाओं पर विरोध स्थलों का दौरा किया. संधू ने कहा, ''किसानों से मेरा गहरा जुड़ाव रहा है और मैं इस बात से चिंतित थी कि परंपरागत पार्टियों के कारण किसानों को एक साल से अधिक समय तक सड़कों पर बैठना पड़ा और कई लोगों की जान भी चली गई. मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया ताकि मैं उनकी आवाज को और अधिक प्रभावी ढंग से उठा सकूं.''


नौकरी से दिया इस्तीफा


संधू ने कहा कि वह सिर्फ किसानों की पार्टी से ही चुनाव लड़ना चाहती थीं. संधू ने कहा, ''चुनाव करीब आ गए थे और मैं किसानों की ओर से इस आंदोलन से जुड़ी थी, मैं केवल तभी चुनाव लड़ती अगर किसानों या कार्यकर्ताओं की कोई पार्टी होती.''


संधू दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के रूप में अंग्रेजी साहित्य पढ़ाती थीं. संधू ने कहा,  ''मैंने चुनाव लड़ने के लिए हाल में अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया.''


बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए सभी 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होना है. पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे.


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