Punjab Election: संयुक्त समाज मोर्चा ने लखबीर सिंह उर्फ लखा सिधाना को बठिंडा जिले की मौर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. लखा सिधाना (Lakha Sidhana) को टिकट देने की वजह से संयुक्त समाज मोर्चा (Sanyukt Samaj Morcha) विवादों के घेरे में आ गया है. दरअसल, गैंगस्टर से एक्टिविस्ट बने लखा सिधाना 2021 के गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में आरोपी हैं.
किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने उस वक्त लखा सिधाना से दूरी बना ली थी जब उनका नाम लाल किले पर हुई हिंसा के आरोपियों की लिस्ट में आया था. लेकिन अब संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल रहे संगठनों ने ही लखा सिधाना को टिकट दिया है.
हालांकि, लखबीर सिंह के नाम से मशहूर सिधाना ने प्रदर्शनकारियों को लाल किले पर चढ़ने के लिए उकसाने के आरोपों से इनकार किया है. लखा सिधाना के बारे में जानकारी देने के लिए दिल्ली पुलिस ने 1 लाख रुपये का इनाम रखा है और उनके खिलाफ हिंसा भड़काने का मामला दर्ज किया था. उसके खिलाफ मामला विचाराधीन है.
किसान आंदोलन में एक्टिव रहे हैं लखा सिधाना
25 नवंबर, 2020 से, वह राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर आंदोलन में काफी सक्रिय थे और आंदोलन को गति देने के लिए आक्रामक रूप से पैरवी कर रहे थे. दरअसल, वह किसान आंदोलन के जरिए राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल करने का सपना देख रहे थे.
सिधाना बठिंडा जिले के सिधाना गांव के रहने वाले हैं. एक समय वे शिरोमणि अकाली दल के लिए काम करते थे. उन्हें पहली बार 2004 में जेल हुई थी और 2017 तक कई बार सलाखों के पीछे रहे. संयुक्त समाज मोर्चा ने हालांकि सिधाना को टिकट देने पर खड़े हुए विवाद पर कुछ नहीं कहा है.