पंजाब में आम आदमी पार्टी ने पहली बार सरकार बनाई है और वह अपने चुनवी वादों को पूरा कर रही है. इसी बीच किसान संगठन संयुक्त समाज मोर्चा ने आप सरकार के खिलाफ हमला बोला है.  संयुक्त समाज मोर्चा ने आप सरकार की आलोचना करते हुए गेहूं की उपज के नुकसान पर मुआवजे की मांग की है. इसके साथ ही संयुक्त समाज मोर्चा ने आप पार्टी पर अपने वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाया. 


सतबीर सिंह वालिया और प्रोफेसर मनित सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार ने घोषणा की थी कि पंजाब में 35,000 संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा. हालांकि बाद में उन्होंने अपनी सेवा की अनुबंध की शर्तों को एक साल बढ़ा दिया, इसके साथ ही संयुक्त समाज मोर्च ने आप सरकार के 600 यूनिट मुफ्त बिजली दो महीने के बिलिंग चक्र में देने पर भी आलोचना की. आप के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता द्वारा एसवाईएल मुद्दे पर बनाए गए विवाद का जवाब देने के लिए इन्होंने राज्य इकाई से स्पष्टीकरण मांगा.


SYL के मुद्दे पर हरियाणा-पंजाब के बीच विवाद बढ़ा, कांग्रेस ने पूछा भगवंत मान का स्टैंड


संयुक्त समाज मोर्च ने कहा कि हम पंजाब के लिए पहरेदार के रूप में कार्य करेंगे और पंजाब के हितों को बचाने के लिए लड़ेंगे. बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव में 22 किसान संगठनों ने संयुक्त समाज मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ा था. हालांकि किसानों का यह मोर्चा प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीत सका था. इन किसान संगठनों ने बलबीर राजेवाल की अगुवाई में चुनाव लड़ा था. वहीं चुनाव लड़ने पर इन किसान संगठनों को संयुक्त किसान मोर्चा ने भी सस्पेंड कर दिया था.