Punjab News: किसान आंदोलन के बाद पार्टी बनाने का एलान करने वाला संयुक्त समाज मोर्चा (SSM) मुश्किल में फंसता नज़र आ रहा है. विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही संयुक्त समाज मोर्चा में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने पर फूट पड़ती दिखाई दे रही है. संयुक्त किसान मोर्चा का एक धड़ा अकेले ही पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के हक में है और वह आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ किसी तरह का कोई गठबंधन नहीं चाहता है.


संयुक्त समाज मोर्चा के मुखिया बलवीर राजेवाल (Balbir Rajewal) ने इससे पहले आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के संकेत दिए. अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक बलवीर राजेवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच दिल्ली  में गठबंधन को लेकर बात भी हुई है. इससे पहले बलवीर राजेवाल ने कहा कि गठबंधन होने की स्थिति में आम आदमी पार्टी अपने घोषित किए उम्मीदवारों के नाम वापस ले सकती है. 


पहले ही पड़ चुकी है फूट


संयुक्त समाज मोर्चा के कई नेता अकेले चुनाव लड़ने के हक में है. इसलिए जब संयुक्त समाज मोर्चा का गठन हुआ था तब सभी 117 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का दावा किया गया था. वहीं आम आदमी पार्टी की ओर से अब तक 96 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान किया जा चुका है. इस स्थिति में संयुक्त समाज मोर्चा को करीब 20 सीट ही मिल सकती हैं. 


पार्टी बनाने का एलान करने के बाद से ही किसान नेताओं की राय वापस में बंटी हुई है. किसान आंदोलन के दौरान पंजाब की 32 संगठन संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा थे. लेकिन 10 यूनियन ने पहले ही पार्टी से दूरी बना ली थी. इसके बाद बीकेयू कादियां ने भी कहा कि वह चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि गठबंधन होने की स्थिति में कुछ और किसान संगठन संयुक्त समाज मोर्चा से अलग हो सकते हैं. 


Punjab Election 2022: बीजेपी को लगा तगड़ा झटका, कांग्रेस विधायक ने पांच दिन में ही की 'घर वापसी'