Haryana News: देश में जातीय जनगणना को लेकर सियासत गरमाई हुई है. मुद्दे को लेकर कांग्रेस की तरफ से बीजेपी की केंद्र सरकार को घेरा जा रहा है. हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता व छतीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा की भी जातीय जनगणना को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस बात को मानना पड़ेगा कि ये देश आगे तब तक नहीं बढेगा जब तक असली आंकड़े सामने नहीं आते. असली आंकड़े तभी सामने आएंगे जब ये जातिगत जनगणना कराएं.
शैलजा ने कहा लेकिन केंद्र सरकार का जातिगत जनगणना कराने का इनका इरादा नहीं है. ऐसे समय में राज्य सरकारें अपने-अपने हिसाब से काम कर रही है. हम हर एक वर्ग के इश्यू को एड्रेस कर रहे है.
हुड्डा ने भी जातीय जनगणना पर दी थी प्रतिक्रिया
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की भी जातीय जनगणना को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई थी. हुड्डा भी जातीय जनगणना के समर्थन में दिखाई दिए थे. उन्होंने कहा कि हरियाणा में जाति जनगणना से समुदायों को उनकी जनसंख्या के अनुसार आरक्षण देने में मदद मिलेगी, इसके अलावा अधिक पिछले वर्गों की पहचान में भी इससे मदद मिलने वाली है.
हुड्डा ने कहा कि 2013 में उनकी सरकार ने ऊंची जातियों के आर्थिक रूप से गरीबों को 10 प्रतिशत कोटा दिया था. उन्होंने कहा कि आरक्षण से 50 प्रतिशत की सीमा हटाई जानी चाहिए.
जातीय जनगणना पर क्या बोले थे सीएम खट्टर?
वहीं जातिगत जनगणना को लेकर को लेकर जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से सवाल किया था तो उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने कभी जाति आधारित राजनीति ना तो की है और ना करेगी. उन्होंने कहा कि हरियाणा में किस जाति के कितने लोग हैं, ये सबको पता है तो फिर जनगणना की क्या जरूरत है. सीएम खट्टर ने कहा कि हम अंत्योदय सोच के साथ काम करते हैं. हमने हमेशा कहा है हरियाणा और हरियाणवी एक है.