Haryana News: हरियाणा में एक तरफ जहां सरकार कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बड़े जोर-शोर से काम कर रही है, वहीं लिंगानुपात के मामले में कुछ जिलों से चिंताजनक खबरें आ रही हैं. साल 2023 के रोहतक जिले के आंकड़ों की बात करें तो जिले का लिंगानुपात पूरी तरह से गड़बड़ा गया है. यहां के 54 गांवों में लिंगानुपात 800 से नीचे दर्ज किया गया है. प्रभावित क्षेत्र साल 2022 में 42 गांवों की तुलना में 28 प्रतिशत अधिक है. 


प्रदेश में सबसे खराब प्रदर्शन वाला जिला रोहतक
साल 2023 में रोहतक जिले का लिंगानुपात घटकर 883 पर आ गया. जो हरियाणा के 22 जिलों में सबसे खराब है. साल 2022 में रोहतक 934 लिंगानुपात के साथ छठे स्थान पर था. रोहतक में साल 2023 में 1,000 लड़कों के मुकाबले सिर्फ 883 लड़कियों का जन्म हुआ था. साल 2022 में लिंगानुपात 934 के मुकाबले साल 2023 में 51 अंकों की काफी गिरावट देखी गई. 2023 में लिंगानुपात तालिका में रोहतक छठे से अंतिम स्थान पर फिसल गया है. 


सबसे खराब प्रदर्शन वाले बने ये गांव 
बहु जमालपुर, अटायल, गांधरा, गढ़ी माजरा, गरनावती, हुमायूंपुर, सुनारिया खुर्द, रिटोली, सिंघपुरा खुर्द, लाढ़ौत, बय्यापुर, मोरखेड़ी, समचाना, कुताना, खैरंती, बालंद, बेदवा, खिदवाली, पहरावर और ककराना साल 2023 में सबसे खराब लिंगानुपात प्रदर्शन वाले गांव बने. 


‘गर्भवती महिलाओं की होगी ट्रैकिंग’
जिले में बिगड़े लिंगानुपात को देखते हुए रोहतक जिले के अधिकारियों ने गर्भवती महिलाओं की निगरानी के साथ-साथ ट्रैकिंग करने का भी फैसला किया है. उपायुक्त अजय कुमार ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए गर्भवती महिलाओं की निगरानी और ट्रैकिंग तेज करने का निर्देश दिए है. इसके साथ खराब प्रदर्शन वाले गांवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया गया है. वहीं  महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से स्थानीय अधिकारियों को प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या में शामिल लोगों की जानकारी जुटाने का आदेश दिया है. इसके साथ ही अपराधियों की सही जानकारी देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखने के अलावा 1 लाख रुपए प्रोत्साहन राशि देने की बात कहीं गई है. 


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